इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन यानी आईआरसीटीसी की वेबसाइट और एप मंगलवार सुबह से डाउन है। यात्रियों को सुबह साढ़े तीन बजे से टिकट बुक करने में दिक्कत आ रही है। टिकट बुकिंग ठप होने के बाद IRCTC ने अपनी सफाई में कहा कि तकनीकी कारणों से टिकटिंग सेवा उपलब्ध नहीं है। इधर, रेलवे ने यात्रियों की दिक्कतों को देखते हुए रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त टिकट काउंटर शुरू करने का निर्णय लिया है। हालांकि यह पहली दफा नहीं है जब आईआरसीटीसी की वेबसाइट इस तरह से ठप पड़ी है। रोज ही टिकट बुकिंग करते समय यूजर्स को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे पहले 15 अप्रैल 2023 को भी इस तरह सर्वर डाउन हुआ था। तब भी आईआरसीटीसी ने अपने बचाव में तकनीकी कारणों का हवाला दिया था। आईआरसीटीसी की वेबसाइट और एप के जरिए हर दिन 10 लाख लोग टिकट बुक करते हैं।
रोज सुबह पीक टाइम पर डाउन होता है सर्वर
IRCTC की टिकट बुकिंग सर्विस का सर्वर सुबह पीक टाइम पर अचानक डाउन हो जाता है। इसके बाद यूजर अपनी टिकट बुक नहीं कर पाते है। कुछ लोगों का पैसा भी कट जाता है, लेकिन बावजूद इसके उन्हें टिकट नहीं मिल पाता है। सबसे ज्यादा दिक्कत तत्काल टिकट बुक करने वाले यात्रियों को होती हैं। वे तय समय पर टिकट की प्रक्रिया करते हैं, लेकिन सर्वर डाउन होने की वजह से उन्हें कंफर्म टिकट नहीं मिल पाता है। ऐसे में यात्रियों का पैसा फंस जाता है।
मंगलवार को तकनीकी खराबी के बाद आए आईआरसीटीसी के जवाब और रेलवे के टिकट काउंटर खोलने के फैसले से समझ में यह आ रहा है कि वेबसाइट और एप के सिस्टम में कोई बड़ी दिक्कत आ गई है। तभी इसे दुरुस्त करने में समय लग रहा है। क्योंकि इससे पहले जब भी सर्वर डाउन हुआ है। उसे दो से तीन घंटे में ठीक कर लिया जाता था। लेकिन इस बार 9 घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी इसे ठीक नहीं किया जा सका है। इस मामले में जब अमर उजाला ने आईआरसीटीसी के पीआरओ सिद्धार्थ सिंह से चर्चा की तो उन्होंने साफ कहा कि वेबसाइट और एप सर्वर डाउन की वजह नहीं चल पा रहे है। ऐसा क्यों हो रहा है अभी इनके कारणों का पता लगाया जा रहा है।
रोज होता सर्वर रिपेयर फिर क्यों होता है डाउन
रेलवे रात को 11.45 मिनट से सुबह 12.30 मिनट तक टिकट की बुकिंग नहीं करता है। इसके पीछे की मुख्य वजह सर्वर है। रेलवे इस 45 मिनट के टाइम में अपने सर्वर को रिपेयर करता है। यही कारण है कि इस टाइम पर आईआरसीटीसी या किसी भी टिकट पोर्टल पर स्टेटस चेक करना, टिकट बुकिंग, पीएनआर चेक करना आदि बंद हो जाता है। अब इसी को लेकर यात्री आईआरसीटीसी पर सवाल उठा रहे है कि जब रोज रात को सर्वर रिपेयर होता है तो फिर डाउन कैसे हो जाता है। ट्विटर पर तरुण चौधरी नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘रात में 11.30 से 12.30 पर पोगो देखते हैं क्या?’ नसर नाम के एक यूजर ने लिखा कि 140 करोड़ जनता की मुख्य सवारी की वेबसाइट और ऐप उम्मीद के कई गुना ज्यादा कमजोर है।
दिशा के जरिए भी नहीं हो रहे टिकट बुक
तकनीकी दिक्कत के बाद आईआरसीटीसी और रेलवे लगातार लोगों से अपील करते हुए नजर आ रहे हैं कि आईआरसीटीसी के चैटबॉट दिशा की मदद से टिकट बुक कर ली जाए। लेकिन जिन लोगों ने दिशा का उपयोग किया है, वे भी परेशान हैं। उन्होंने अपनी दिक्कतों से जुड़े स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए कहा है कि इसके जरिए भी टिकट बुक करने में दिक्कत आ रही है। लोगों ने स्क्रीनशॉट के जरिए यह दर्शाया है कि पैसा कट जाने के बाद भी टिकट बुक नहीं हो रहा हैं। कुछ लोगों ने तो तीन-तीन बार पेमेंट कर दिया है, लेकिन टिकट बुक नहीं हुआ है। अब ऐसे लोग अपने पैसों की वापसी की मांग कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर लोग आईआरसीटीसी को टैग कर ट्वीट कर रहे हैं। वे पूछ रहे हैं कि कितने दिनों में उनका पैसा वापस आएगा। अफरातफरी का आलम यह है कि कुछ लोगों को फेल ट्रांजेक्शन की लिस्ट के लॉग में भी नई एंट्री दिखाई नहीं दे रही है, जिससे वे यह पता नहीं लगा पा रहे हैं कि उनके पैसों का क्या हुआ। ऐसे लोग यह भी समझ नहीं पा रहे हैं कि उनका टिकट बुक हुआ है या फिर ट्रांजैक्शन कहां फंस गया है। आईआरसीटीसी एप की दुर्दशा कुछ इस प्रकार है कि कुछ लोग बता रहे हैं कि एप लॉगिन करने के दौरान ही दिक्कत आ रही है और वैलिडेट में समस्या है। एक ग्राहक ने बताया है कि Ask disha विकल्प में 3E की बुकिंग का प्रावधान ही उपलब्ध नहीं है। कुछ लोगों ने तीन, तो कुछ 4, 5 बार तक बुकिंग के प्रयास किए हैं और पैसे कट गए हैं, लेकिन टिकट की बुकिंग नहीं हुई है, रेलवे का इतना बड़ा इंतजाम फेल दिखाई दे रहा है।
वहीं, इन सारी दिक्कतों के जवाब में आईआरसीटीसी का कहना है कि किसी तकनीकी दिक्कत की वजह से वेब और एप में पेमेंट की समस्या आ रही है। लोग Ask disha विकल्प का सहारा लेते हुए टिकट बुक करें। साथ ही रेलवे कह रहा है ई-वॉलेट के जरिए टिकट बुक की जा सकती है। तीसरी सलाह यह दे रही है कि कृपया ग्राहक यूजर आई और पासवर्ड के रास्ते टिकट की बुकिंग कर सकते हैं। हालांकि इस पूरे मामले में अभी तक रेल मंत्रालय और रेल मंत्री की ओर से कोई ट्वीट नहीं किया गया है। इस पूरे मामले पर रेलवे सेवा ट्विटर हैंडल से जवाब दिया गया है, आपके बुक टिकट का पैसा ही लिया जाएगा। बाकी सारे टिकटों का पैसा 5-6 दिनों में वापस खाते में चला जाएगा। कृपया बुक टिकट हिस्ट्री और फेल्ड ट्रांजैक्शन हिस्ट्री को चेक कर लें।
एक दिन में 10 लाख टिकट होते हैं बुक
भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। यहां हर दिन 2 करोड़ से अधिक लोग ट्रेन में सफर करते हैं। आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर हर दिन 8 से 10 लाख लोग टिकट बुक करते हैं। यही कारण है कि इसे सुचारू रूप से चलाने के लिए हर दिन इसके सर्वर का मेंटेनेंस किया जाता है। बहुत कम लोग जानते हैं कि जो भी टिकटें बुक होती हैं, मेंटेनेंस के दौरान उसकी एक सेकंड कॉपी भी तैयार की जाती है। इससे डाटा के उड़ने की सूरत में भी बैकअप तैयार रहता है ताकि यात्रियों को परेशानी ना हो।
रेलवे ने खोले अतिरिक्त काउंटर
रेलवे की ओर से एक अपडेट में बताया गया है कि यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे के अतिरिक्त काउंटर खोले गए हैं। नई दिल्ली में सामान्य पीआरएस काउंटरों के अलावा भी कई जगहों पर अतिरिक्त काउंटर की लिस्ट आई है। नई दिल्ली पीआरएस ऑफिस- 2, शाहदरा- 1, ओखला-1, निज़ामुद्दीन स्टेशन- 1, सरोजिनी नगर- 1, सब्जी मंडी- 1, दिल्ली जंक्शन- 2, कीर्ति नगर- 1 और आजादपुर- 1 काउंटर खोले गए हैं।