अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन।
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इस्राइल पर हमास के हमलों के कारण तनाव बढ़ गया है। इसके बाद, इस्राइली सुरक्षा बलों ने भी ताबड़तोड़ जवाबी कार्रवाई की, जिसमें 200 से अधिक फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई तो वहीं, हमास के हमलों में करीब 200 ही इस्राइली नागरिकों की भी जान चली गई। बड़े युद्ध की अशंका को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने रविवार को सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की बैठक बुलाई है। बैठक आज दोपहर तीन बजे शुरू होगी, जिसमें मध्य पूर्व की स्तिथि पर चर्चा की जाएगी।
बाइडन बोले- अमेरिका इस्राइल के साथ खड़ा है
इसके अलावा, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का कहना है कि इस्राइल के लोगों पर आतंकी संगठन हमास ने हमला कर दिया है। संकट के इस घड़ी में मैं दुनिया और आतंकियों से कहना चाहता हूं कि अमेरिका इस्राइल के साथ खड़ा है। हम सुनिश्चित करेंगे कि वे अपनी रक्षा करना जारी रखें। मैंने आज सुबह प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की है। मैंने उनसे कहा कि अमेरिका इस्राइल के लोगों के साथ खड़ा है।
बाइडन ने आगे कहा कि दुनिया देख रही है कि मैंने अपनी टीम को नेतन्याहू प्रशासन के नेताओं के साथ लगातार संपर्क में रहने का निर्देश दिया है। युद्ध में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए हम प्रार्थना कर रहे हैं, जिन्होंने अपने परिजनों को खो दिया, उनके लिए हमें खेद है। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना करते हैं। अपनी टीम के साथ-साथ मैं व्यक्तिगत तौर पर प्रधानमंत्री नेतन्याहू के संपर्क में रहूंगा। टकराव की हर स्थिति पर नजर रहेगी। संयुक्त राष्ट्र अमेरिका इस्राइल के साथ खड़ा है।
ताजा संघर्ष की यह है वजह
हमास के प्रवक्ता खालिद कादोमी ने समाचार वेबसाइट अल जजीरा को बताया है कि यह हमला उन सभी अत्याचारों का जवाब है जो फिलिस्तीनी नागरिक दशकों से सहते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय गाजा में अत्याचार रोके। फिलिस्तीनी लोगों पर अत्याचार बंद हो। अल-अक्सा जैसे हमारे पवित्र स्थल को अतिक्रमण से मुक्त किया जाए। टेलीग्राम पर किए एक पोस्ट में हमास ने अरब और इस्लामिक देशों से इस लड़ाई में साथ देने का अह्वान भी किया है।