नेतन्याहू ने की परिजनों से मुलाकात।
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हमास और इस्राइल के बीच युद्ध जारी है। इस दौरान इस्राइल के कुल 1300 लोगों की मौत हो गई तो वहीं सैकड़ों लोग लापता हो गए। कई लोगों को हमास के आतंकियों ने बंधक बना लिया है। इस बीच इस्राइल के प्रधानमंत्री ने लापता और बंधक बनाए गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की। परिजनों से बात कर पीएम ने उन्हें सांत्वना दी।
इस्राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने ट्विटर पर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की जानकारी दी। नेतन्याहू के कार्यालय ने ट्वीट कर कहा कि पीएम नेतन्याहू ने आज बंदी और लापता लोगों के परिवार से मुलाकात की। पीड़ित परिजनों के समूह ने बैठक के बाद कहा कि प्रधानमंत्री ने कसम खाई है कि जल्द से जल्द वे हमारे अपनों को हम से मिलवाएंगे। उनकी जल्द वापसी कराई जाएगी। इसके अलावा, बैठक के बाद लोगों ने कहा कि नेतन्याहू ने स्वीकार किया कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुख तजाची हानेग्बी की टिप्पणी का समर्थन नहीं करते। बता दें, हाल ही में हनेग्बी ने कहा था कि इस्राइल उस दुश्मन से कतई बात नहीं करेगा, जिसे हमने धरती से मिटाने की कसम खाई है।
परिजनों का फूटा दुख
तेल अवीव में शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें लापता व्यक्तियों के एक परिजन ने कहा कि नौ माह और चार साल के बच्चों के साथ मेरी चचेरी बहन को आतंकी घर से उठा ले गए। वे सब निर्दोष हैं। हमास एक आतंकी संगठन है। हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द उन्हें जिंदा हमसे मिलवाया जाए।
परिजन कर चुके हैं प्रदर्शन
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में परिजनों ने इस्राइल के तेल-अवीव शहर में प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों के हाथों में तख्तियां थीं। वे नारे लगा रहे थे। उन्होंने इस्राइल सरकार से आह्वान किया कि वे हमास द्वारा बंधक बनाई गईं महिलाएं और बच्चों को रिहा कराएं। प्रदर्शन में शामिल एक युवक का कहना था है कि इस्राइल सरकार को हमास से बात करना चाहिए, जिससे बंधक बनाए गए लोगों को रिहा कराया जा सके। सरकार को बंधकों को छुड़ाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। अगर कैदियों के अदला-बदली की भी आवश्यकता पड़े तो उसे लागू किया जा सकता है।