हमास
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सात अक्तूबर की तारीख इस्राइलियों के लिए काल बनकर आई। फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने इस्राइल पर हमला किया और उसके लड़ाके गाजा सीमाओं से बेरोकटोक प्रवेश कर गए। सैनिकों और नागरिकों को मारते रहे। इसके बाद इस्राइल के खुफिया तंत्र की विफलता को लेकर इस्राइली सेना पर सवाल उठने लगे हैं। यह हमला 1973 में हुए योम किप्पुर युद्ध की 50वीं बरसी के एक दिन बाद हुआ। उस युद्ध में भी इस्राइली सेना सीरिया और मिस्र के टैंकों से घिर गई थी। इत्तेफाक यह है कि यह युद्ध भी यहूदी समुदाय के पवित्र दिन पर हुआ था। इस्राइली सेना एक बार फिर हमास के अचानक हमले से भौचक रह गई।
इस बीच रक्षा विशेषज्ञों से लेकर खुफिया एजेंसी में काम कर चुके लोग चूक पर जोर दे रहे हैं। इस्राइली सेना ने भी अब अपनी गलती मान ली है और जांच कराने का आश्वासन दिया है। आइये जानते हैं आखिर कैसे अपने साजिश को अंजाम दे पाया हमास? इस्राइली एजेंसियों ने क्या गलतियां कीं? आगे क्या होगा?