अग्निवीर का सम्मान से अंतिम संस्कार न करने पर उठे सवाल
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जम्मू-कश्मीर में अग्निवीर की गोली लगने से मौत के मामले में सेना के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि गोली कैसे चली और कैसे लगी, इसकी सेना ने जांच शुरू कर दी है। व्हाइट नाइट कोर ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी।
इसमें अग्निवीर अमृतपाल सिंह की 11 अक्तूबर को पुंछ सेक्टर में संतरी की ड्यूटी के दौरान गोली लगने से मौत हो गई थी। मौत के मामले में अधिक जानकारी के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी जारी है।
पंजाब में मौत और गार्ड ऑफ ऑनर पर उठे सवाल के बाद व्हाइट नाइट कोर ने स्पष्ट किया कि अग्निवीर की मौत 11 अक्तूबर को हुई थी। पार्थिव शरीर को एक जूनियर कमीशन अधिकारी और चार अन्य रैंक के लोगों के साथ अग्निवीर की यूनिट द्वारा किराए पर ली गई एक सिविल एम्बुलेंस में ले जाया गया, साथ ही सेना के जवान भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
व्हाइट नाइट कोर ने कहा कि चूंकि मौत का कारण खुद को पहुंचाई गई चोट थी, इसलिए नियमानुसार गार्ड ऑफ ऑनर या फिर सैन्य अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई। कहा कि भारतीय सेना शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है।