Jadavpur University
– फोटो : Social Media
विस्तार
जादवपुर विश्वविद्यालय एक छात्र की मौत के बाद से लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। कॉलेज-विश्वविद्यालय परिसर में रैगिंग को रोकने के लिए राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने इसरो से टेक्निकल उपाय के लिए संपर्क किया।
इन तकनीक को विकसित करने की कोशिश
राजभवन की ओर से गुरुवार को बयान जारी किया गया। बयान में बताया कि राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सीवी आनंद बोस ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसरों में रैगिंग को खत्म करने के लिए उच्च तकनीक के लिए इसरो चीफ से संपर्क किया है। इसके अलावा उन्होंने हैदराबाद की एक फर्म से भी चर्चा की है। जिसमें वे वीडियो एनालिटिक्स, इमेज मैचिंग, रिमोट सेंसिंग सहित अन्य तकनीक विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं।
विश्वविद्यालय में लगाए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे
जादवपुर विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कार्यवाहक कुलपति बुद्धदेव साव ने गुरुवार को कहा कि परिसर में सीसीटीवी लगाने का काम दो दिन में शुरू हो जाएगा। मीडिया से उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने निर्देश दिए है कि विश्वविद्यालय में रैगिंग को लेकर यूजीसी के दिशानिर्देशों को जल्द से जल्द लागू किया जाए। राज्यपाल ने मुझे प्रदर्शनकारी कार्रवाई करने के लिए कहा है। इससे छात्र और उनके परिजन आश्वस्त होंगे। राज्यपाल भी विश्वविद्यालय में एंटी रैगिंग स्क्वाड की स्थापना के पक्ष में हैं। रैगिंग रोधी समिति कल से काम करने लगेगी।
नग्न घुमाते थे सीनियर
कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने हाल ही में बताया था कि मृतक यूजी प्रथम वर्ष का छात्र था। उसके साथ रैगिंग की जाती थी। उसका यौन उत्पीड़न होता था। जिस दिन उसकी मौत हुई, उस दिन छात्रावास के कमरा नंबर 70 में उसके कपड़े उतरवाए गए थे। उसे गलियारे में नग्न घुमाया गया था, जिसके बाद वह बालकनी से कूद गया और अपनी जान दे दी। हमारे पास इसके सबूत भी हैं। पुलिस का कहना है कि हमने मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया कि एक युवक को छोड़कर 12 युवक इस मामले में शामिल हैं, जिनमें वर्तमान छात्र के साथ-साथ पूर्व छात्र भी आरोपी हैं।