लालू प्रसाद यादव
– फोटो : सोशल मीडिया।
विस्तार
देश का रेल मंत्री रहते रेलवे में नौकरी देने के एवज में अपने, रिश्तेदारों या करीबियों के नाम पर जमीन लिखवाने, यानी लैंड फॉर जॉब घोटाले में राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ने वाली है। वह केंद्रीय जांच एजेंसियों पर प्रताड़ना का भले जितना आरोप लगा रहे हों, केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कदम आगे बढ़ा दिया है। सीबीआई ने दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट को जानकारी दी है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय से उसे पूर्व रेल मंत्री के खिलाफ लैंड फॉर जॉब घोटाले में नई चार्जशीट दाखिल करने की अनुमति मिल गई है।
एक सप्ताह में बाकी अनुमति, सुनवाई 21 को
राउज़ एवेन्यू कोर्ट में सीबीआई ने लैंड फॉर जॉब मामले की सुनवाई के दौरान गृह मंत्रालय से फ्रेश चार्जशीट के लिए अनुमति की अद्यतन जानकारी दी। सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के खिलाफ नई चार्जशीट के लिए अनुमति मिल गई है और रेलवे के तीन अधिकारियों के खिलाफ भी एक हफ्ते में ऐसी अनुमति मिल जाएगी। कोर्ट ने सीबीआई की ओर से दी गई जानकारी को देखते हुए 21 सितंबर को सुनवाई की अगली तारीख मुकर्रर की है।
सीबीआई ने जमानत रद्द करने की भी मांग की थी
इससे पहले, सीबीआई ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को हाईकोर्ट से मिली जमानत को भी रद्द करने की मांग की थी। इस मांग पर सुनवाई की लंबी तारीख मिल चुकी है। सीबीआई की दलील थी कि लालू को खराब स्वास्थ्य के आधार पर जमानत दी गई, जबकि वह सैर-सपाटा कर रहे हैं। लालू की ओर से इस सीबीआई की इस दलील के जवाब में कहा गया था कि इस उम्र में उन्हें जेल में बंद रखने से कोई फायदा नहीं होगा। जमानत खारिज करने की सीबीआई की अपील के बाद माना जा रहा था कि लालू प्रसाद की गतिविधियां घटेंगी, लेकिन वह लगातार सक्रिय हैं। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ बने भाजपा-विरोधी इंडिया गठबंधन की बैठक में मुंबई भी गए और बिहार में वह गोपालगंज के बाद अब झारखंड में देवघर जाकर मंदिर का दर्शन कर लौटे हैं। इस बीच लालू पटना के गंगा पथ पर भी नजर आए हैं और वीरचंद पटेल पथ स्थित पार्टी मुख्यालय का भ्रमण करते हुए भी दिखे हैं।