सांकेतिक तस्वीर
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आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में कांग्रेस से ज्यादा सपा को अपना प्रतिद्वंद्वी मानते हुए रणनीति बना रही है। यही वजह है कि भाजपा की ओर से पिछड़ी जातियों के साथ दलितों को एक जुट करने के लिए पूरे प्रदेश में क्षेत्र स्तर पर जिला पंचायत व ब्लाक स्तर पर सदस्यों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
इसी कड़ी में कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र का दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग 19 अगस्त से बिठूर में शुरू हो रहा है। इस वर्ग की शुुरुआत करने के लिए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य यहां आएंगे।
इसके अलावा प्रशिक्षण वर्ग के अलग-अलग सात सत्रों में पिछड़ों और दलितों की एक टीम बनाकर भाजपा की मुख्यधारा से जोड़ने की रणनीति बताने के लिए तीन प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल के अलावा तीन पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी, सूर्य प्रताप शाही और स्वतंत्र देव सिंह भी यहां आएंगे।
प्रशिक्षण वर्ग दोपहर से शुरू होकर अगले दिन शाम तक चलेगा। कहा जा रहा है कि भाजपा ने अपनी इस रणनीति को सपा के एमवाई फैक्टर पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के नए नारे को देखते हुए बनाई है। कहा जा रहा है कि सपा और भाजपा पिछड़ों के साथ दलितों का वोट बैंक अपने पक्ष में रखना चाहती है।