विपक्षी दलों की बैठक
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अगले साल लोकसभा चुनाव को लेकर देश में सियासी हलचल तेज हो गई है। एक तरफ विपक्ष की सभी बड़े दल एक बड़ा महागठबंधन करने में जुटे हैं वहीं, दूसरी ओर भाजपा छोटे दलों को अपने साथ करने की कोशिश में है। विपक्ष की पहली बैठक पटना में 23 मई को हो चुकी है। अब दूसरी बैठक 13 और 14 जुलाई को बेंगलुरु में होनी है।
विपक्षी एकजुटता को लेकर अब काफी हद तक तस्वीर साफ होने लगी है। करीब 15 विपक्षी दल एकसाथ आ सकते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर ये सभी 15 विपक्षी दल एकसाथ आ गए तो भाजपा को इससे कितना नुकसान होगा? राजनीति में क्या-क्या बदलाव हो सकता है? आइए समझते हैं…