मंत्री की गाड़ी को ले जाती ट्रैफिक पुलिस।
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नो-पार्किंग जोन में खड़े वाहनों के खिलाफ लगातार कार्रवाई के बावजूद लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। हजरतगंज इलाके में बुधवार को भी नो-पार्किंग जोन में खड़े वाहनों को क्रेन से उठवाया गया। विधान भवन के पास से मंत्री के काफिले की एक गाड़ी भी उठा ली गई। कार्रवाई की जानकारी मिलने पर चालक पार्क रोड पर बने पुलिस बूथ पर पहुंचा। चालक ने गाड़ी छोड़ने के लिए कहा और अपना परिचय दिया, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। अंत में चालक ने 1100 रुपये जुर्माना भरा, जिसके बाद उसे वाहन ले जाने की अनुमति मिली।
एक तरफ पुलिस की कार्रवाई जारी थी, दूसरी ओर हजरतगंज में ही प्रशासनिक अफसरों के वाहन सड़क पर खड़े दिखे। कुछ लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। उधर, विधान भवन गेट नंबर पांच के बाहर कई गाड़ियां सड़क किनारे खड़ी देखी गईं। संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था ने मातहतों को नियमों का पालन सख्ती से कराने के निर्देश दिए हैं। यही वजह है कि नो-पार्किंग जोन में खड़ी गाड़ियों को क्रेन से उठाने के बाद जुर्माना वसूल कर ही छोड़ा जा रहा है।
बुधवार को भी आम लोगों के अलावा शासन, एस्कॉर्ट और अन्य सरकारी विभाग के कर्मचारियों के वाहन नो-पार्किंग जोन से उठाए गए। अधिकारियों के पास गाड़ी छोड़ने के लिए लगातार फोन आते रहे, लेकिन किसी की भी पैरवी काम नहीं आई। संयुक्त पुलिस आयुक्त ने अन्य इलाकों में भी नो-पार्किंग जोन की व्यवस्था लागू करने के लिए लोगों से सलाह मांगी है। माना जा रहा है कि 15 अगस्त के बाद कुछ नए इलाकों में भी यह व्यवस्था लागू कर कार्रवाई शुरू की जाएगी।
पहले से हैं छह चालान
मंत्री के काफिले की गाड़ी के पहले से ही छह चालान हो चुके हैं। कुल 10 हजार पांच सौ रुपये का चालान लखनऊ पुलिस ने पूर्व में किया था। गाड़ी जीनत खां के नाम से दर्ज है। चालान भरने आए चालक से जब मंत्री का नाम पूछा गया तो उसने चुप्धी साध ली। वाहन चालक ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया और गाड़ी लेकर चला गया। वाहन के ऊपर लाल व नीली बत्ती भी लगी थी। गाड़ी जीनत खां के नाम से अंकित है।