राजू की फाइल फोटो।
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महानगर में मंगलवार शाम विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) में तैनात एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने कार्यालय की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। आनन-फानन उसे ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। शुरुआती जांच में खुदकुशी की बात सामने आ रही है। हालांकि, इसकी वजह अब तक पता नहीं चली है। बाकी तफ्तीश जारी है। एफएसएल का दफ्तर पुलिस कमिश्नर के कार्यालय की बिल्डिंग में स्थित है।
मूलरूप से अयोध्या निवासी राजू (45) एफएसएल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत था। वह महानगर में ही एफएसएल की कॉलोनी में पत्नी विमला व बेटे आदित्य के साथ रहता था। मंगलवार को वह ड्यूटी पर था। शाम करीब चार बजे राजू बिल्डिंग के ऊपर से कूद गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की।
…दोपहर तक तो सब ठीक था
विमला ने बताया कि राजू रोजाना दोपहर में खाना खाने आते थे। मंगलवार को भी वह खाना खाने गए थे, तब तक तो सब ठीक था। कुछ ही घंटे बाद राजू के गिरने की सूचना मिली। सवाल है कि इतने समय में ऐसा आखिर क्या हुआ कि राजू ने खुदकुशी कर ली। परिजनों ने बताया कि राजू 1997 से एफएसएल कार्यालय में नौकरी कर रहे थे। दो साल पहले राजू का एक्सीडेंट हो गया था। तब से वह दिक्कतों का सामना कर रहे थे। पुलिस अफसरों ने साथी कर्मचारियों से भी राजू के बारे में जानकारी ली है। मोबाइल कब्जे में लिया है, ताकि सुबूतों के आधार पर जांच हो सके।
डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत कौशिक का कहना है कि अब तक जो साक्ष्य सामने आए हैं, उससे स्पष्ट है कि कर्मचारी ने खुदकुशी की। कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। परिजन भी कोई जानकारी नहीं दे सके हैं। खुदकुशी क्यों की, इसका पता किया जा रहा है।