चंद्रयान 3 लूना 25
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भारत के बाद रूस ने भी चांद पर अपना अंतरिक्ष यान भेज दिया है। रूस ने 47 साल बाद शुक्रवार को चांद पर अपना पहला अंतरिक्ष यान भेजा। रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रासकास्माज के मुताबिक, लूना-25 मून लैंडर 21 या 22 अगस्त को चांद की कक्षा में प्रवेश कर सकता है।
इस चंद्रयान मिशन के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रूसी अंतरिक्ष एजेंसी को बधाई दी है। एजेंसी ने यह भी उम्मीद जताई कि चंद्रयान-3 और लूना-25 दोनों मिशन अपने लक्ष्य हासिल करेंगे। इस बीच हमें जानना जरूरी है कि आखिर लूना-25 क्या है? मिशन के उद्देश्य क्या हैं? यह चंद्रमा की सतह पर कब पहुंचेगा? रूस का लूना-25 भारत के चंद्रयान-3 से क्यों अलग है? आइए जानते हैं…