सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
महाराष्ट्र एटीएस ने मुंबई और नवी मुंबई में अलग-अलग अभियानों में देश में अवैध रूप से रह रहे नौ बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि इनमें से दो बांग्लादेशी नागरिक 2022 में नवी मुंबई के नेरुल पुलिस स्टेशन में दर्ज दुष्कर्म के एक मामले में वांछित थे।
अधिकारी ने कहा, वैध दस्तावेजों के बिना देश में रहने वाले बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ एक सप्ताह तक कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया। 26 जुलाई को नवी मुंबई के नेरुल गांव में छापेमारी में एटीएस अधिकारियों ने एक बांग्लादेशी महिला को पकड़ा। उन्होंने कहा, यह महिला 2009 में मुंबई अपराध शाखा द्वारा दर्ज एक मामले में वांछित थी।
अधिकारी ने कहा, उसके अलावा दुष्कर्म मामले में वांछित दो लोगों को भी सैटेलाइट सिटी से पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि अगले दिन यानी 27 जुलाई को एटीएस के अधिकारियों ने मुंबई के बायकुला में छापेमारी की और पासपोर्ट अधिनियम के तहत दर्ज एक मामले में वांछित चार बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया। अधिकारी ने बताया कि एक अन्य छापेमारी में दो बांग्लादेशी नागरिकों को मध्य मुंबई से पकड़ा गया।
धोखे से दूसरे धर्म की लड़की से शादी से निपटने को बनेगी एसओपी
महाराष्ट्र में पहचान छिपाकर दूसरे धर्म की लड़की से शादी करने के मामलों से निपटने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की जाएगी। राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को औरंगाबाद जिले में असामाजिक तत्वों की ओर से हिंदू लड़कियों को बहकाए जाने के मुद्दे पर राज्य विधानसभा में चर्चा के दौरान यह बात कही।
विधानसभा में कुछ विधायकों ने दावा किया था कि राज्य में असामाजिक तत्व हिंदू लड़कियों को बहका रहे हैं। फडणवीस ने कहा कि वह राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से ऐसे मामलों से निपटने के लिए एक एसओपी तैयार करने को कहेंगे। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सभी पुलिस थानों को संवेदनशील किया जाएगा और यदि उपयुक्त कार्रवाई नहीं की गई तो संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
महाराष्ट्र में भी ‘लव जिहाद’ के खिलाफ कानून बनाने की मांग
वहीं, भाजपा के दो एमएलसी प्रवीण दरेकर और प्रसाद लाड ने उत्तर प्रदेश की तर्ज पर महाराष्ट्र में ‘लव जिहाद’ के खिलाफ कानून बनाने की मांग की है। बुधवार को महाराष्ट्र विधान परिषद में मुद्दा उठाते हुए दरेकर ने आरोप लगाया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में फर्जी नामों का इस्तेमाल कर हिंदू लड़कियों को धोखा दिया जाता है और फिर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता है। बाद में उनके साथ मारपीट की जाती है और छोड़ दिया जाता है। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने एक साहसिक निर्णय लिया है। उत्तर प्रदेश सरकार अवैध धर्मांतरण पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून बनाया है। उत्तर प्रदेश की तर्ज पर महाराष्ट्र में भी लव जिहाद पर कानून बनाया जाना चाहिए।