स्मृति ईरानी
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मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न करके घुमाने का मामला सामने आया है। वीडियो सामने आने के बाद महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि अमानवीय घटना है। सीएम से बात की है। जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं, एसपी ने भी कहा है कि मामले की जांच की जा रही है। हालांकि, मामले में विपक्ष काफी सक्रिय हो गया है। पश्चिम बंगाल के टीएमसी सांसद ने कहा कि संसद के मानसून सत्र में वे मामले को उठाएंगी। टीएमसी कार्यकर्ताओं ने मणिपुर के कुछ राहत शिविरों का जायजा लिया। इसके साथ ही उन्होंने राज्यपाल अनुसुइया उकिये से मुलाकात की। इसके अलावा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी मामले में भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधा है।
जानिए, क्या बोलीं केंद्रीय मंत्री ईरानी
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि मणिपुर से वायरल हुआ वीडियो काफी निंदनीय है। घटना अमानवीय है। सीएम एन बीरेन सिंह से बात की है। उन्होंने मुझे बताया कि मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि आरोपियों को कटघरे से प्रयास किया जाएगा। वहीं, पुलिस अधीक्षक के मेघचंद्र सिंह ने बताया कि 4 मई 2023 का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें अज्ञात बदमाश दो महिलाएओं को नग्न कर घुमा रहे हैं। आरोपियों के खिलाफ थौबल जिले के नोंगपोक सेकमाई पुलिस थाने ने केस दर्ज कर लिया है। जांच शुरू हो गई है। जल्द से जल्द मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश करेंगे।
राहत शिविरों की हालत भी नाजुक
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लोगों ने हमें अपना दर्द बताया है। पहाड़ी के साथ-साथ घाटी में बसे राहत शिविरों को प्रदान की गई पर्याप्त नहीं है। शिविरों को पर्याप्त राहत मिलनी चाहिए। शांति बहाली हमारी पार्टी का मुख्य उद्देश्य है। हम इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे। वीडियो सामने आने के बाद टीएमसी ने पीएम मोदी से आग्रह किया कि वह अपनी 78 दिनों की चुप्पी तोड़ें और मणिपुर की जनता के साथ खड़े हों।
पीएम मोदी पर साधा निशाना
टीएमसी ने ट्वीट करते हुए कहा कि मणिपुर से खून-खराबे के दृश्य सामने आए हैं। यहां दो महिलाओं को नग्न अवस्था में घुमाया गया। पुरुषों के एक बड़े समूह ने यौन उत्पीड़न किया। केंद्र को तथ्य-खोज टीमों और आयोगों को मणिपुर भेजने से कौन रोक रहा है? डब्ल्यूसीडी मंत्री अभी भी इस मामले पर चुप क्यों हैं? भाजपा पर हमला करते हुए टीएमसी ने कहा कि अगर मणिपुर की महिलाओं के लिए न्याय सुनिश्चित नहीं कर सकते तो भाजपा के नारी शक्ति का दाव खोखला है।
राहुल-प्रियंका ने किया यह ट्वीट
वायरल वीडियो को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर की स्थिति को लेकर भारत के विचारों पर हमला हो रहा है इंडिया चुप नहीं रहेगा। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री की चुप्पी और निष्क्रियता मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया। भारत के विचारों पर हमले किए जा रहे हैं, इंडिया चुप नहीं रहेगा। हम मणिपुर की जनता के साथ है। हम उनके साथ खड़े हैं। शांति ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है। कांग्रेस वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसाओं की तस्वीरें दिल दहला देने वाली है। हम सभी को एक स्वर में हिंसा की निंदा करनी चाहिए। प्रधानमंत्री जी, केंद्र सरकार ने मणिपुर की हिंसक घटनाओं पर आंखें क्यों मूंद ली हैं? क्या ऐसी तस्वीरें और हिंसक घटनाएं उन्हें परेशान नहीं करतीं?
अब समझिए पूरा विवाद
मणिपुर में तीन मई से जातीय हिंसा भड़की हुई है। करीब ढाई महीने से जारी हिंसा में 150 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। जबकि, कई लोग घायल हैं। दरअसल, मेइतेई समुदाय अनुसूचित जनजाति (एसटी) की मांग कर रहा है, इस वजह से कुकी और मेइतेई समाज आपस में भिड़ गया है। मणिपुर की आबादी में मैतेई लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते हैं, जबकि आदिवासी, जिनमें नागा और कुकी शामिल हैं, 40 प्रतिशत हैं और ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं।