मणिपुर में हिंसा
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पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। गुरुवार की रात एक बार फिर से हिंसात्मक घटना सामने आई है। इस बार उपद्रवियों ने केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह के कोंगबा स्थित आवास को आग के हवाले कर दिया। गनीमत रही कि केंद्रीय मंत्री घटना के समय घर पर नहीं थे। इससे पहले कुछ उपद्रवियों ने बुधवार को इंफाल पश्चिम के लाम्फेल क्षेत्र में मंत्री नेमचा किपजेन के घर में आग लगा दी थी। किपजेन 2017 से कांगपोकपी निर्वाचन क्षेत्र से मणिपुर विधानसभा की सदस्य हैं।
हिंसा का असर देखें तो कुकी और मैतेई समुदाय के बीच 42 दिनों से जारी इस हिंसा में अब तक 107 लोग मारे जा चुके हैं। 400 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। जगह-जगह आगजनी की घटनाएं सामने आ रहीं हैं। 80 हजार से ज्यादा लोग अपने घरों को छोड़कर कैंप में रहने को मजबूर हैं।
आइए जानते हैं इस हिंसा के पीछे की पूरी कहानी क्या है? आखिर तमाम कोशिशों के बावजूद यहां बार-बार हिंसा क्यों भड़क रही है? इस हिंसा में म्यांमार की कितनी भूमिका? कब और कैसे हिंसा पर रोक लग सकती है…?