प्रधानमंत्री के मुताबिक, अभियान के तहत हमारे अमर शहीदों की याद में देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन विभूतियों की स्मृति में देश की लाखों ग्राम पंचायतों में विशेष शिलालेख भी लगाए जाएंगे। इस अभियान के तहत देशभर में ‘अमृत कलश यात्रा’ भी आयोजित की जाएगी।
यह ‘अमृत कलश यात्रा’ देश के कोने-कोने से 7,500 कलशों में मिट्टी लेकर देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी। यह यात्रा अपने साथ देश के विभिन्न हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। 7,500 कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास ‘अमृत वाटिका’ बनाई जाएगी। ये ‘अमृत वाटिका’ ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का भी भव्य प्रतीक बनेगी।
सूचना एवं प्रसारण और दूरसंचार विभाग के सचिव अपूर्व चंद्रा ने बताया कि वीरों को श्रद्धांजलि के रूप में शिलाफलकम स्थापित करना, मिट्टी का नमन और वीरों का वंदन; मेरी माटी मेरा देश अभियान के प्रमुख घटक हैं। उन्होंने कहा कि इस साल भी हर घर तिरंगा का आयोजन किया जाएगा, लेकिन इसे मेरी माटी मेरा देश के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में मनाया जाएगा।
संस्कृति सचिव गोविंद मोहन ने बताया कि अभियान में स्वतंत्रता सेनानियों और सुरक्षा बलों को समर्पित शिलाफलकम् की स्थापना जैसे कार्यक्रमों के साथ-साथ पंच प्राण प्रतिज्ञा, वसुधा वंदन, वीरों का वंदन जैसी पहल शामिल होंगी, जो हमारे वीरों के वीरतापूर्ण बलिदानों का सम्मान करती हैं। गांव, पंचायत, ब्लॉक, कस्बे, शहर, नगर पालिका आदि के स्थानीय वीरों के बलिदान की भावना को सलाम करने वाली शिलाफलकम या स्मारक पट्टिकाएं शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित की जाएंगी। इसमें उस क्षेत्र से संबंधित उन लोगों के नाम के साथ प्रधानमंत्री का संदेश होगा, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया था।
उन्होंने कहा कि नौ से 30 अगस्त, 2023 तक, ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के अंतर्गत गांव और ब्लॉक स्तर, स्थानीय शहरी निकायों के साथ-साथ राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।