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मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। अगले तीन दिन हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के अलग-अलग हिस्सों, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के अलग-अलग इलाकों में तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने तथा बारिश होने के आसार हैं। इस दौरान 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
उत्तर पश्चिम भारत समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए अगले पांच दिन बहुत भारी रहने वाले हैं। मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, मेघालय और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में अगले पांच दिन भारी से लेकर अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई है। इन हिस्सों में 204.5 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है। वहीं, उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश और असम के अलग-अलग हिस्सों में भी 204.4 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है। इसकी वजह वर्तमान में मौसम संबंधी कई तरह की गतिविधियों का जारी रहना है।
हिमाचल के सात जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के सात जिलों-शिमला, सोलन, सिरमौर, बिलासपुर, मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर में 17 जुलाई तक भारी से अत्यधिक भारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। शनिवार को कुल्लू में बादल फटने से दो घर और पांच गोशालाएं बह गईं। लगघाटी की मानगढ़ पंचायत के गोरूडुग समेत चार गांवों में शनिवार सुबह खूब तबाही मची। सरवरी खड्ड का जलस्तर बढ़ने से कई दुकानों व बस अड्डे को खाली करवाना पड़ा।
बिजली से 17 मरे
बिहार के 11 जिलों में पिछले 24 घंटे के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिवार के लिए चार-चार लाख रुपये की मदद की घोषणा की है।
403 और गांव बाढ़ की चपेट में
पिछले 24 घंटे में हरियाणा के 403 और गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। अब तक 1,385 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। करनाल में साइकिल से जा रहे दो किशोर तालाब में गिर गए, एक की मौत हो गई।
पंजाब : अब तक 29 की मौत, तीन लापता
पंजाब में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे उतरने लगा है, लेकिन अब भी 14 जिलों के करीब 115 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। सरकार को राजस्व विभाग से मिली रिपोर्ट के मुताबिक अब तक बारिश व बाढ़ के कारण 29 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन लापता हैं।
असम : 17 जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर
असम में ब्रह्मपुत्र समेत सभी नदियां उफान पर हैं। राज्य के 17 जिलों में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। राज्य में एक लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं।
16 फीसदी जिलों में सूखे जैसे हालात, 20 लाख हेक्टेयर में बुआई नहीं
उत्तर भारत के कई हिस्सों में बाढ़ आने के बावजूद देश के लगभग 38 फीसदी जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक इनमें से 16 फीसदी जिलों में सूखे जैसे हालात बन गए हैं। वहीं, 20 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई नहीं हो पाई है। पिछले साल की तुलना में इस साल अब तक दो मिलियन हेक्टेयर (एमएचए) में खरीफ फसलें नहीं बोई गई हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की जलवायु अनुसंधान और सेवाओं, पुणे की सूखा अनुसंधान इकाई ने मानक वर्षा सूचकांक (एसपीआई) जारी किया। इसके अनुसार देश का तीन प्रतिशत क्षेत्र अत्यंत शुष्क, पांच प्रतिशत गंभीर रूप से शुष्क, आठ प्रतिशत मध्यम शुष्क और 32 प्रतिशत हल्का शुष्क है। इसके अलावा देश का चार प्रतिशत क्षेत्र (जिलों का पांच प्रतिशत) गंभीर शुष्कता वाला था। सात प्रतिशत क्षेत्र (जिलों का आठ प्रतिशत) मध्यम शुष्क था (मध्यम शुष्कता वाला) सोलह प्रतिशत क्षेत्र हल्का शुष्क था। आईएमडी के मौसमी आंकड़ों के अनुसार 1 जून से 14 जुलाई तक बारह भारतीय राज्यों में सामान्य से कम बारिश हुई है। देश में 26 जिले ऐसे हैं जहां सामान्य से 60 फीसदी से भी कम बारिश हुई है।
आपदा के समय केंद्र ने हिमाचल को दिए 400 करोड़ : अनुराग
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारी बारिश व बाढ़ से प्रभावित हिमाचल में अभी हमारी प्राथमिकता आम जनमानस को जल्द से जल्द राहत पहुंचाने की है। केंद्र सरकार ने हिमाचल के लिए आपदा की इस घड़ी में 400 करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि मंजूर कर दी है। केंद्र की ओर से बनाई गई सभी सड़कों के नुकसान की पूर्ति के लिए पैसे भी सरकार देगी। शनिवार को अनुराग ठाकुर सुबह नौ बजे से लेकर देर शाम तक धर्मपुर व सुजानपुर विधानसभा क्षेत्रों के दौरे पर रहे, जहां आपदा प्रभावित लोगों से मिले, उन्हें ढांढस बंधाया व हमसंभव सहायता की बात कही।