मुरादाबाद।
डीएम को प्रार्थनापत्र देकर एक मजदूर ने आरोप लगाया कि प्रभारी सहायक विकास अधिकारी के दुर्व्यवहार के चलते उसका विकलांग भाई तनाव ग्रस्त हो गया। इलाज के लिए अस्पताल जाते समय उसके भाई की मौत हो गई।
मुरादाबाद तहसील के गांव समाथन निवासी वीरेंद्र सिंह ने डीएम को प्रार्थनापत्र देकर बताया कि उसका भाई मुनेश कुमार विकलांग था। 24 अगस्त को उसने आवास योजना के तहत प्रार्थनापत्र दिया था। इस मामले में जांच के लिए प्रभारी सहायक विकास अधिकारी (एडीओ) को मिली। एडीओ जांच करने के लिए उसके घर नहीं आए। गांव के एक युवक ने बताया कि एडीओ उसे बुलाए हैं। 27 अगस्त को विकलांग भाई लदावली गया।
आरोप लगाया कि आवास पास कराने के लिए एडीओ ने विकलांग से 50 हजार रुपये की मांग की। मुनेश ने पैसे मांगने पर विरोध जताया। इसके बाद एडीओ ने अपशब्दों का प्रयोग करते हुए उसे घर से भगा दिया। इसके बाद विकलांग भाई की तबियत खराब हो गई। बगैर मौका मुआयना किए एडीओ ने विकलांग को अपात्र घोषित कर दिया। तनाव के चलते उसके भाई की हालत खराब हो गई। तनाव के चलते एक सितंबर को उसके भाई की मौत हो गई। इस मामले में उसने एडीओ से मुलाकात कर भाई की मौत का आरोप लगाया। एडीओ ने उसे जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में डीएम ने घटना की जांच बीडीओ को करने के निर्देश दिए हैं।