मुरादाबाद। ग्रेटर नोएडा के एक बिल्डर ने दिल्ली रोड स्थित ग्रीन ऑर्चिड सोसाइटी के संचालकों पर केस दर्ज कराया है। जिसमें आरोप लगाया कि ग्रीन ऑर्चिड सोसाइटी में काम करने के बाद संचालकों ने तीन करोड़ 35 लाख रुपये का भुगतान नहीं किया। पीड़ित ने अपनी रकम मांगी तो आरोपियों ने बंधक बनाकर उनके मारपीट की। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर ये कार्रवाई की है।
ग्रेटर नोएडा अरविंद सोम ने बताया कि माही बिल्ड होम प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी मुलाकात ग्रीन ऑर्चिड निवासी पल्लव गुप्ता से हुई। उसने अपने अन्य पार्टनर चंद्रभान सिंह, शशांक गुप्ता, सुनील गुप्ता और अभिषेक राठौर से बात कराई। सभी ने ग्रीन ऑर्चिड स्थित प्रोजेक्ट का कार्य करने की बात कही थी। अरविंद सोम का कहना है कि उन्होंने जेवरात बेचकर और परिचितों से रुपये उधार लेकर प्रोजेक्ट शुरू कर दिया था। 2021 में काम पूरा कर दिया गया था। पल्लव और उनके पार्टनरों ने कुछ भुगतान कर दिया लेकिन चार करोड़ 35 लाख रुपये का भुगतान नहीं किया। कई बार तगादा करने के बाद आरोपियों ने भुगतान नहीं किया।
आरोपियों ने भुगतान देने के बहाने ग्रीन ऑर्चिड में बुला लिया। यहां आरोपियों ने उन्हें बंधक बनाकर मारपीट की। दोबारा पैसे मांगने पर जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित किसी तरह अपनी जान बचाकर यहां से निकला और पुलिस से शिकायत की लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद कोर्ट की शरण लेेकर केस दर्ज कराने की गुहार लगाई है।
सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने बताया कि ग्रीन ऑर्चिड के संचालक पल्लव गुप्ता, चंद्रभान सिंह, शशांक गुप्ता, सुनील गुप्ता और अभिषेक राठौर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे। उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पैसे लेकर नहीं किया बैनामा, केस दर्ज
सिविल लाइंस के अवंतिका कॉलाेनी निवासी संजय पसरीजा ने भी कोर्ट की मदद लेते हुए ग्रीन ऑर्चिड सोसाइटी संचालकों पर केस दर्ज कराया है। जिसमें उन्होंने बताया कि एक फ्लैट 28 मार्च 2021 को पांच लाख रुपये देकर बुक कराया था। तीस मार्च 2021 को चालीस लाख पचास हजार रुपये कंपनी के खाते में ट्रांसफर किए गए थे। इसके बाद भी फ्लैट का बैनामा नहीं किया। बाद में पैसे देने के लिए बुलाया था। बंधक बनाकर मारपीट की। ग्रीन ऑर्चिड के संचालक पल्लव गुप्ता, चंद्रभान सिंह, शशांक गुप्ता, सुनील गुप्ता और अभिषेक राठौर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।