ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद)।
नगर के कुछ क्षेत्रों में बत्ती गुल रहने से लोग बेहाल है। जर्जर लाइन में फाल्ट होने के कारण पहले लगातार 18 घंटे और फिर छह घंटे बिजली नहीं आई। बिजली आपूर्ति बाधित होने से लोग पानी के लिए भी तरस गए है। सुबह के समय में लोग सप्लाई का पानी नहीं भर सके।
नगर में श्री शिव हनुमान मंदिर के नीचे रखे ट्रांसफार्मर से बुध बाजार, कोतवाली, कोर्ट रोड आदि क्षेत्रों को बिजली आपूर्ति होती है। सोमवार दोपहर एक बजे बिजली लाइन के एबीसी केबल में आग लग गई। शाम सात बजे केबल ठीक होने के बाद लोगों को बिजली तो मिली, लेकिन लाइन में ट्रिपिंग के कारण बंद होती रही। वहीं रात करीब 11 बजे फिर लाइन में फाल्ट हो जाने से विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। इस दौरान लोगों ने बिजलीघर में फोन किया तो उन्होंने कहा कि अभी कोई लाइनमैन नहीं है। इसके कारण लोगों ने पूरी रात बिना बिजली के गुजारी।
मंगलवार सुबह नौ बजे बिजली आपूर्ति सुचारू तो हुई, लेकिन आती-जाती रही, जिसके कारण लोग परेशान रहे। वहीं दोपहर एक बजे कोतवाली के पास दुकानों के ऊपर से गुजर रही जर्जर लाइन के तारों में आग लग जाने के कारण फिर बिजली चली गई, जो शाम तक नहीं आई। पहले लगातार 18 घंटे और फिर छह घंटे ठप रही विद्युत आपूर्ति से लोग परेशान रहे। पानी की सप्लाई के समय बिजली न आने से लोग पानी भी नहीं भर पाए। वहीं बिजली विभाग का कहना है कि जर्जर तार बदले जा रहे है, जल्द ही समस्या का स्थायी समाधान होगा।
कई बार शिकायत के बाद भी नहीं हुआ समाधान
दुकानदारों अनिल संत, दीपक शर्मा, ईशाक ने बताया कि सितंबर 2022 से वे कई बार समाधान दिवस, मुख्यमंत्री पोर्टल और विद्युत विभाग को लिखित रूप में जर्जर लाइनों से हो रही परेशानी से अवगत कराते करा चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि कई बार जर्जर तारों में फाल्ट होने के कारण आग भी लग जाती है।
– जर्जर विद्युत लाइनों को बदलने का प्रस्ताव स्वीकृत हो चुका है। अभी वित्तीय स्वीकृति हीं मिली है। स्वीकृति मिलते ही जर्जर तारों को बदलवाया जाएगा। – शैलेंद्र कुमार, अधिशासी अभियंता, बिजली विभाग
आग लगने से मची भगदड़
कोतवाली के पास दुकानों के ऊपर से गुजर रही जर्जर विद्युत लाइन के तारों में मंगलवार को दोपहर करीब एक बजे आग लग गई। आग लगने के साथ धमाके होने लगे। जिससे भगदड़ मच गई। आसपास के दुकानदारों ने दुकानों को छोड़कर अपना बचाव किया। हालांकि गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।