मुरादाबाद। मझोला थाना क्षेत्र के ढक्का कुंदनपुर और सूर्यनगर के बीच स्थित एक तालाब में मछुआरों को नोटों से भरा बोरा पड़ा मिला। शुरुआत में उन्हें लगा कि चूरन वाले नोट हैं। नोटों को सुखाया तो नोट असली निकले। पांच-पांच सौ नोटों के करीब एक करोड़ रुपये चार लोगों ने आपस में बांट लिया। इसकी भनक लगते ही पुलिस मछुआरों के घर पहुंच गई और जांच पड़ताल करने के बाद लौट गई। लेकिन पुलिस कर्मियों ने उच्च अधिकारियों को इसकी कोई जानकारी नहीं दी।
लाइनपार ढक्का कुंदनपुर निवासी कुछ लोग बुधवार दोपहर करीब बारह बजे सूर्यनगर के पास एक तालाब में मछलियां पकड़ने गए थे। इसी दौरान दो मछुआरों को पानी में एक बोरा पड़ा दिखाई दिया। उन्होंने बोरे को पानी से बाहर निकाल लिया। बोरे को खोलकर देखा तो उसके अंदर नोट भरे थे। इस दौरान दो और व्यक्ति वहां पहुंच गए।
चारों के बीच काफी देर तक चर्चा हुई। इस दौरान कुछ बोले कि चूरन वाले नोट हैं। सभी नोट भींगे हुए थे। मकान की छत पर नोटों को सुखाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सूखने के बाद साफ हो गया है कि पांच पांच सौ के असली नोट हैं। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। रामतलैया चौकी से पुलिस कर्मी मछुआरों के घर पहुंच गए और नोटों के बारे में पूछताछ की। इसके पुलिस कर्मी में लौट गए। रामतलैया चौकी इंचार्ज मदन कुमार ने बताया कि नोटों से भरा बोरा तालाब में कुछ लोगों को मिला था। नोट पानी से खराब हो गए थे। इसके बाद पुलिस कर्मी वापस आ गए थे।
पांच सौ रुपये नहीं देने पर एक युवक ने पुलिस को दे दी सूचना
तालाब में नोटों से भरा बोरा मिले की जानकारी ढक्का कुंदनपुर में फैल गई थी। इसी जानकारी मिलने पर मोहल्ले का एक युवक उनके पास पहुंच गया। जिन्हें बोरा मिला था। बताया जा रहा है कि उसने पांच सौ रुपये की मांग की थी लेकिन युवक को पांच सौ रुपये नहीं दिए। इससे नाराज होकर वह चौकी पहुंच गया और उसने पुलिस कर्मियों को इसकी जानकारी दे दी। इसके बाद रामतलैया से पुलिस कर्मी ढक्का कुंदनपुर पहुंच गए।
निकल रहे पांच-पांच सौ के नोट, खूब सज रही महफिल
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि नोटों से भरा बोरा मिलने के बाद कुंदरपुर ढक्का में शाम ढलते ही खूब महफिल सजाई जा रही है। पांच पांच सौ के नोट खूब मिल रहे हैं। इस नोटों के जरिए मछुआरे अपने साथ साथ मोहल्ले के लोगों को खूब मौज कटवा रहे हैं।