मुरादाबाद। रामपुर रोड स्थित गुलाबबाड़ी में ड्रग और खाद्य पदार्थों की जांच के लिए निर्माणाधीन लैब अगले साल बनकर तैयार हो जाएगी। 24 करोड़ की लागत से बनने वाली लैब चार मंजिला होगी। अभी तक मंडल के खाद्य पदार्थों की जांच वाराणसी और ड्रग की जांच लखनऊ स्थित लैब से कराई जा रही है।
शासन ने गुलाबबाड़ी में लैब स्थापित करने के लिए धन निर्धारित समय पर दिया था लेकिन अदालत में जमीन का मामला लंबित होने के कारण कुछ माह तक निर्माण में रुकावट आ गई थी। हाईकोर्ट से सरकार के पक्ष में फैसला आने के बाद पिछले साल निर्माण की गति तेज हुई। इस लैब का निर्माण समाज कल्याण की निर्माण इकाई कर रही है। खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त ग्रेड -1 अशोक कुमार सिंह ने बताया कि अभी तीन मंजिला बिल्डिंग बन गई है। संभावना है कि दिसंबर तक चार मंजिला बिल्डिंग तैयार हो जाएगी। वायरलिंग, लाइट और पानी आदि की व्यवस्था दुरुस्त करने में मार्च तक समय लगेगा। इसके बाद लाइंसेस लेना पड़ेगा।
मुख्यालय ने मांगी स्टाफ की संख्या
सहायक आयुक्त ग्रेड-1 ने बताया कि मुख्यालय ने लैब के लिए शासन के उच्चाधिकारियों ने लखनऊ में बैठक के दौरान अधिकारी और कर्मचारियों की तैनाती के संबंध में चर्चा की थी। इस मामले में एक प्रस्ताव शीघ्र ही मुख्यालय को भेजा जाएगा। उच्चाधिकारियों का मत है कि खाद्य और ड्रग विभाग के कार्यालय भी नई बिल्डिंग में शिफ्ट किए जाएंगे। अभी तक मुरादाबाद मंडल के पांच जिलों रामपुर, संभल, अमरोहा, बिजनौर, मुरादाबाद के खाद्य पदार्थों के सैंपल जांच के लिए वाराणसी स्थित लैब भेजे जा रहे हैं। इसी प्रकार ड्रग विभाग के सैंपल लखनऊ स्थित लैब में जाते हैं। नई लैब बनने के बाद शासन से अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती कर दी जाएगी।
लैब बनने पर 24 घंटे में मिलेगी रिपोर्ट
लैब बनने पर जिले को खाद्य पदार्थों और ड्रग के सैंपल की रिपोर्ट 24 घंटे में मिलेगी। वाराणसी और लखनऊ लैब से रिपोर्ट आने में एक माह का समय व्यतीत होता है। दोनों स्थानों से संपर्क करने में भी विभाग के अधिकारियों को काफी दिक्कत महसूस होती है साथ ही फिजूल पैसे भी खर्च होते हैं। स्थानीय लोगों को भी मिलावटी सामान की जांच रिपोर्ट मिलने में काफी समय का इंतजार करना पड़ता है।