बिलारी (मुरादाबाद)।
मुख्यमंत्री जन अरोग्य मेले महज औपचारिकता बनकर रहे गए है। यहां न तो जांच की कोई उचित व्यवस्था है और न ही चिकित्सक समय पर पहुंचते है। वहीं कई बार तो चिकित्सक पहुंचते ही नहीं है। ऐसे में इन मेलों में इलाज कराने पहुंचे लोगों को मायूस होकर ही लौटना पड़ता है। बिलारी क्षेत्र में रविवार को दो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) पर आयोजित अरोग्य मेले में चिकित्सकों के न पहुंचने पर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अधीन आने वाले पीएचसी केंद्रों जिले की सीमा के हिसाब से परिसीमन होने के बाद कई वर्षों तक नरौली सीएचसी का हिस्सा रहे नवैनी गद्दी और जरगांव पीएचसी केंद्र एक वर्ष पहले ही बिलारी सीएचसी में आ गए है। रविवार को नवैनी गद्दी पीएचसी पर लगे जन आरोग्य मेले में सिर्फ लैब टेक्नीशियन रवि कुमार ने ही पहुंचकर औपचारिकताएं निभाई। केंद्र पर न तो कोई चिकित्साधिकारी पहुंचा और न ही कोई फार्मासिस्ट। वहीं लैब टेक्नीशियन भी दोपहर 12 बजे ही पीएचसी का गेट बंद कर जाने लगा। हालांकि कुछ ग्रामीणों के पीएचसी के पहुंच जाने पर वह फिर अंदर आ गया। ग्रामीणों के पूछने पर लैब टेक्नीशियन ने बताया कि प्रभारी चिकित्साधिकारी कुछ समय के लिए आए थे, जो चले गए है। लैब टेक्नीशियन के रिकार्ड के अनुसार मेले में 17 मरीज आए थे।
उधर, जरगांव पीएचसी पर आयोजित अरोग्य मेले में भी सिर्फ फार्मासिस्ट ही पहुंचा। क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने चिकित्साधीक्षक से दोनों पीएचसी पर मेलों में डॉक्टर के न पहुंचने की शिकायत की, तो उन्होंने फोन करके दोनों डॉक्टर से मेले में न जाने की वजह पूछी। ग्राम प्रधान संगठन के बिलारी ब्लॉक अध्यक्ष रविंद्र चौधरी और भाकियू टिकैत गुट के बिलारी ब्लॉक अध्यक्ष भानू सिंह यादव ने प्रदेश शासन और स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों से मांग की है कि मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेलाें से गायब रहने वाले डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
दोनों गैरहाजिर डॉक्टरों से मांगा है स्पष्टीकरण : चिकित्साधीक्षक
सीएचसी बिलारी के चिकित्साधीक्षक डाॅ. हरीश चंद्रा का कहना है कि उनके अधीन नवैनी गद्दी और जरगांव पीएचसी पर मुख्यमंत्री जन आरोग्य स्वास्थ्य मेलों के आयोजन के दौरान गैरहाजिर रहे दोनों प्रभारी चिकित्साधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्वास्थ्य मेला आयोजन का सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक निर्धारित है, दोपहर 12 बजे जानकारी ली तो पता चला कि दोनों पीएचसी पर डॉक्टर नहीं पहुंचे। चिकित्साधीक्षक ने बताया कि नवैनी व जरगांव के दो-दो स्वास्थ्य कर्मियों को रविवार को राजकीय महिला अस्पताल की एमसीएच विंग की धुलाई कराने के लिए बिलारी बुला लिया गया था।