मुरादाबाद। लोक निर्माण विभाग द्वारा कांठ रोड के चौड़ीकरण के लिए लगाए गए लाल निशान पर हरथला के लोगों ने नाराजगी जताई है। बसपा जिलाध्यक्ष वेद प्रकाश की अगुवाई में कमिश्नर कार्यालय पहुंच कर उन्होंने विरोध जताया। आरोप लगाया कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारी अतिक्रमण हटाने के नाम पर पक्षपात कर रहे हैं। जो निशान लगाए गए हैं, वह कहीं कम कहीं अधिक दूरी पर लगे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अतिक्रमण हटे, लेकिन उसमें एकरूपता हो। पक्षपात नहीं। कमिश्नर ने आश्वासन दिया कि जो भी कार्रवाई होगी, उसमें किसी तरह का कोई पक्षपात नहीं होगा।
कांठ रोड के चौड़ीकरण को लेकर मंडलायुक्त के सख्त निर्देश के बाद पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने हरथला में सड़क के दोनों ओर निशान लगाए हैं। जिससे वहां अतिक्रमण हटाया जा सके। अधिकारियों ने कई बार लोगों से स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाने की भी अपील की, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटा। पिछले दो दिनों से पीडब्ल्यूडी की टीम संबंधित क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने को लेकर सक्रिय है। इससे लाल निशान की जद में आने वाले लोग खासे परेशान हैं। इस कार्रवाई के विरोध में हरथला के कई लोग बसपा जिलाध्यक्ष वेद प्रकाश की अगुवाई में मंडलायुक्त कार्यालय पहुंचे। वहां मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंपा। जिसमें हरथला-कांठ रोड के चौड़ीकरण के लिए पैमाइश कर पीडब्ल्यूडी द्वारा लगाए गए निशान पर आपत्ति जताई। ज्ञापन में कहा गया है कि हरथला की बस्ती करीब 100 साल से अधिक पुरानी है। जिसकी रजिस्ट्री सन् 1950 व इससे पहले की है। लोगों के पास अपने मकान का एमडीए से पास नक्शा भी है। वहां के कई लोग दुकान का निर्माण कर रोजी-रोटी चला रहे हैं। आरोप लगाया कि पीडब्ल्यूडी द्वारा कहीं दस, कहीं 12, कहीं 14 तो कहीं 16 मीटर पर निशान लगाए गए हैं। सभी ने कहा कि उन्हें चौड़ीकरण को लेकर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन लगाए गए निशान में एकरूपता होनी चाहिए। मंडलायुक्त ने उन्हें आश्वासन दिया कि जो भी कार्रवाई होगी वह समान होगी। किसी भी तरह का कोई पक्षपात नहीं होगा। इस मौके पर नेत्रपाल सिंह, मोहम्मद असलम, ईश्वर दयाल विश्नोई, कृष्ण कुमार विश्वनोई, नवलेश कुमार, जयप्रकाश, फारूक अहमद समेत कई लोग मौजूद रहे।
हरथला रोड पर जो भी निशान लगाए गए हैं वह पीडब्ल्यूडी के अभिलेखों के हिसाब से लगाए गए हैं। निशान लगाने में पक्षपात का आरोप गलत है। मेरा विभाग और प्रशासन स्वयं चाहता है कि लोगों का कम से कम नुकसान हो। इसीलिए निशान लगाने के बाद वहां के लोगों को स्वयं अपना अतिक्रमण तोड़ने के लिए समय दिया गया है। एक-दो दिन में अतिक्रमणकारी अगर स्वयं अपना अतिक्रमण नहीं तोड़ते हैं तो उसे जेसीबी से तोड़वाया जाएगा।
एसके सैनी, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी