मुरादाबाद। सदर ब्लॉक की ग्राम पंचायत डिडौरा में फर्जी हैंडपंप रिबोर दिखा तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव सविता यादव ने किया 1.54 लाख रुपये का भुगतान अपने एक परिचित की फर्म को कर दिया था। इस मामले की शिकायत अक्तूबर 2022 में गांव के तत्कालीन प्रधान मोहम्मद तस्लीम (अब दिवंगत) ने डीएम और डीपीआरओ से की थी।
तब इस मामले को दबाने की कोशिश की गई। इस पर प्रधान ने मंडलायुक्त से शिकायत कर मामले की जांच की मांग की थी। कमिश्नर के आदेश पर एडीपीआरओ विवेकानंद ने गांव पहुंच की तो मामले का खुलासा हुआ।
एडीपीआरओ ने बताया कि मामले की शिकायत पर जब वह गांव जांच को पहुंचे तो आरोपी सचिव सविता सिंह भी साथ थीं। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता प्रधान की हालांकि तीन माह पहले मौत हो चुकी है, लेकिन गांव के कई सदस्यों व अन्य लोगों ने गांव में हैंडपंप रिबोर नहीं होने की बात बताई। जो बिल पत्रावली में लगे पाए गए उस पर भी प्रधान के हस्ताक्षर नहीं थे। उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट डीपीआरओ को कार्रवाई के लिए भेज दी गई है। प्रशासकों के कार्यकाल में भी हैंडपंप रिबोर के नाम पर काफी धनराशि निकाले जाने का मामला पकड़ा गया था। इस पर कई सचिवों के खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी। इसके बाद भी जिले में यह खेल जारी है।