Moradabad News: कालागढ़ डैम से रामगंगा में छोड़ा गया पांच हजार क्यूसेक पानी

Moradabad News: कालागढ़ डैम से रामगंगा में छोड़ा गया पांच हजार क्यूसेक पानी


मुरादाबाद। कालागढ़ डैम से रामगंगा नदी में बुधवार पांच हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे एक बार फिर रामगंगा का जलस्तर बढ़ गया है। बाढ़ खंड के अधिकारियों ने फिलहाल बाढ़ के खतरे से इन्कार किया है, लेकिन जिले में पिछले दो दिनों से हुई बारिश के कारण नदी के आसपास के गांवों के लोगों को अलर्ट रहने को कहा गया है।

बीते 24 घंटे में रामगंगा का जलस्तर 1.20 मीटर बढ़ गया है। मंगलवार सुबह आठ बजे रामगंगा का जलस्तर 188.25 मीटर था, जो बुधवार सुबह आठ बजे बढ़कर 189.45 मीटर हो गया। वहीं बुधवार रात आठ बजे रामगंगा का जलस्तर 189.95 मीटर हो गया। बाढ़ खंड के सहायक अभियंता सुभाषचंद्र ने बताया कि रामगंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। कालागढ़ डैम और खो बैराज से छोड़ा गया अतिरिक्त पानी शुक्रवार सुबह तक पहुंचेगा। इससे रामगंगा का जलस्तर और बढ़ेगा, लेकिन खतरा निशान 190.60 मीटर के नीचे ही रहेगा। इससे बाढ़ की आशंका नहीं है। एडीएम (वित्य एवं राजस्व) युगराज सिंह ने भी इस छोड़े गए अतिरिक्त पानी से जिले में बाढ़ की आशंका से इन्कार किया है। उन्होंने बताया कि एहतियातन बाढ़ चौकियों पर तैनात स्टाफ को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है।

कोसी नदी के भी जलस्तर में इजाफा

हरपाल नगर गांव निवासी उमेश कुमार, सर्वेश कुमार, जाकिर शौकत ने बताया कि कोसी नदी का जलस्तर चौथी बार बढ़ा है, लेकिन बाढ़ खंड द्वारा कराए जा रहे बचाव कार्य के कारण गांव हरपाल नगर की ओर नदी द्वारा किया जा रहा कटान कुछ कम हुआ है। नदी की धार भी कुछ मुड़ी है। इससे कटान का रुख अब जंगल की ओर मुड़ गया है। उमेश कुमार ने बताया कि बचाव कार्य के लिए नदी किनारे डाले पेड़ों को खूंटे के सहारे जिस रस्सी से बांधा गया था उस रस्सी को रात में कोई काटकर ले गया। उन्होंने बताया कि बुधवार से चार लोगों की टोलियाँ बनकार रात में उनकी रखवाली की जाएगी।

कटान से अशोक कुमार के चार बीघा फसल बाजरा, वीरेंद्र के पांच बीघा गन्ना, अखिलेश का छह बीधा गन्ना नदी में कट गया है। उधर, इससे आई बाढ़ से रनियाठेर मार्म की टूटी पुलिया से हरपाल नगर गांव को जाने वाले मार्ग पर पानी भर जाने से आवागमन बंद हो गया है। रामगंगा नदी में जलस्तर बढ़ने से शाम से रौंडा से पीतल नगरी मार्ग पर जलभराव हो गया।

इससे गतौरा, मिलक, विकनपुर, रसूलपुर नगरी, गोविंदपुर कला सहित दर्जनों गावों के लोगों का आवागमन प्रभावित है। इन गांवों के लोग रौंडा से मूंढापांडे के रास्ते आवागमन कर रहे हैं। बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता नवीन कुमार और सहायक अभियंता सुभाष चंद्र ने बाढ़-कटान प्रभावित क्षेत्र रनियाठेर और हरपाल नगर गांव का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। बचाव कार्य जारी रखने के निर्देश अधीनस्थ स्टाफ को दिया। ब्यूरो



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