मूंढापांडे। कोसी और रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से मूंढापांडे क्षेत्र के दो संपर्क मार्ग रौंडा-पीतल नगरी मार्ग और पंडित नगला मार्ग पर चार फीट पानी भर जाने से आवागन बंद हो गया है। तीन गांवों के जंगलों में पानी के चलते कटान जारी है। खेतों में धान की फसलें डूब गईं हैं। आवागमन बंद होने से कारण गांव के लोग परेशान हैं।
रामगंगा नदी में सोमवार को जलस्तर बढ़ने के कारण लोधीपुर बासु में तेजी से गांव की ओर कटान जारी है। इस बारे में ग्राम प्रधान कृष्ण पाल सिंह ने बताया कि पानी का गांव से फासला 50 मीटर रह गया है। गांव के लोगों ने पेड़ों को काटकर नदी में डाला ताकि कटान की गति कम की जा सके। गांव के जानकी प्रसाद, डाल चंद्र, रामबाबू, सौदान सिंह, कृपाल के खेत में तेज प्रवाह के साथ कटान होने से खड़ी उड़द, बाजरे की फसल नष्ट हो गई हैं। लालाटीकर, सुल्तानपुर पट्टी, मिलक विकनपुर, गतौरा, रौंडा, गोविंदपुर कला, दौलतपुर अजमतपुर, बढापुरा, रसूलपुर नगरी, मौहम्मदपुर आदि गांवों के जंगलों में पानी भरने से धान व हरे चारे की फसलें डूब गई हैं।
रौंडा-पीतल नगरी मार्ग और पंडित नगला मार्ग पर चार फीट पानी भर जाने से आवागमन बंद हो गया है। गांव के लोगों को बाहर निकलने में परेशानी हो रही है। इधर कोसी नदी में पानी के उफान के चलते हरपाल नगर के जंगल में कटान जारी है। गांव के नरेश, शौकत, उमेश कुमार ने बताया कि बाढ़ खंड के कर्मचारियों ने बचाव के लिए कट्टों की अड्डियां लगाई हैं। गांव के सर्वेश कुमार सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष सितंबर में बाढ़ आई थी। इस वर्ष तीसरी बार बाढ़ का दंश लोग झेलने के लिए मजबूर हैंं। रनियाठेर गांव के पास संपर्क मार्ग पर पानी भरने से हरपाल नगर गांव को जाने रास्ता बंद हो गया है। जरूरतमंद लोगों को सैफनी रामपुर से घूमकर जाना पड़ रहा है।
कोसी नदी के पानी से खेत डूबे
कोसी नदी के पानी से रजौड़ा, कन्नरदेव, चककोहन कूँ, जैतपुर विसाहट, रनियाठेर गद ई खेडा, हीरापुर, लालपुर , हिरनखेडा, लालपुर तितरी भीतखेड़ा के जंगलों में फैल गया है। इसी कारण नीचले खेतों में धान की खड़ी फसलें डूब गईं हैं।
पानी भरने से डाकघर बंद
बारिश के पानी से मूंढापांडे डाकघर में अंदर तक पानी भर गया है। रविवार की छुट्टी के बाद सोमवार की सुबह डाकघर खुला तो उसमें पानी भरा हुआ था। पोस्ट मास्टर कृष्ण पाल सिंह ने बताया कि पानी से कंप्यूटर तक पानी पहुंच गया था। इसी कारण रिकार्ड खराब होने का खतरा बढ़ गया है। डाकघर बंद होने की सूचना उच्चाधिकारियों को दी है।