मुरादाबाद। जनपद के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से छह बच्चे लापता हैं। कोई दो साल तो कोई छह माह से गायब है। पुलिस के लाख प्रयास के बाद भी इन बच्चों का सुराग नहीं लग पाया। अब मुरादाबाद में बच्चों की खरीद फरोख्त करने वाला गिरोह पकड़ा गया तो आशंका जताई जा रही हैं कि ये बच्चे भी कहीं मानव तस्करी का शिकार तो नहीं हो गए। गिरोह में शामिल छह महिलाएं और दो पुरुष जेल भेजे जा चुके हैं लेकिन इस गिरोह के तार कई शहर और प्रदेशों से जुड़े हैं। जिसमें कई और लोग शामिल हैं। गिरोह की सरगना दीपमाला मुंबई में रहती है।
मैनाठेर पुलिस ने शुक्रवार हिमगिरी कॉलोनी निवासी नर्स शबनम, उसके पति मोहम्मद यूनुस, चंद्रनगर निवासी नर्स गीता रानी सैनी, आदर्श नगर काॅलोनी निवासी नीतू, कांशीराम कॉलोनी की साजिया, आदर्श कॉलोनी के गौरव कुमार को गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने बिलारी क्षेत्र निवासी मजदूर की पांच दिन की बेटी को तीस हजार रुपये में खरीद कर दिल्ली के निसंतान दंपती से ढाई लाख रुपये में सौदा कर दिया था।
जिससे आरोपी एडवांस में तीस हजार रुपये लेकर बच्ची की दादी को दे चुके थे। जनपद से पहले भी बच्चे गायब हो चुके हैं। इस बच्चों के बारे में गिरोह से पूछताछ की गई। इन्होंने बताया कि दीपमाला ही गिरोह संचालित कर रही थी। उसके संपर्क में बच्चों को बेचने और खरीदने वाले कई लोग हैं। 12 अक्तूबर 2020 की रात दो साल के अरमान को बाइक सवार चोरी कर ले गए थे। घटना के वक्त बच्चा अपनी मां-बाप के बीच सड़क किनारे सो रहा था। चोरों की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में कैद हैं। बावजूद इसके अब तक बच्चे को चोरी करने वालों का पता नहीं चल पाया है।
इसके बाद कोतवाली क्षेत्र में रेलवे स्टेशन केे पास 13 जुलाई 2021 की देर रात सड़क किनारे सो रहे खानाबदोश परिवार का छह माह का बच्चा चोरी किया गया था। इससे पहले गलशहीद क्षेत्र में ढाई साल पहले रोडवेज बस अड्डे से भी एक बच्चा चोरी किया गया था। आरोपी महिला और उसका साथी बच्चे की मां को कंबल दिलाने के बहाने बस अड्डे पर ले गए थे। मां को बातों में उलझाकर महिला और उसका साथी बच्चा लेकर भाग गए थे। कपूर कंपनी पुल के पास फल बेचने वाली महिला का बच्चा अब तक लापता है। तीन साल बीतने के बाद भी बच्चे का सुराग नहीं लग पाया।
30 सितंबर 2022 को कुंदरकी के बाहपुर निवासी राजेश की बेटी नैंसी घर के बाहर खेलते समय गायब हो गई थी। इसके अलावा पाकबड़ा निवासी अयान 24 सितंबर 2022 को घर से बाहर से अगवा कर लिया गया था। इन बच्चों को अब तक सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस ने पकड़े गए गिरोह के सदस्यों से पूछताछ की गई। उन्होंने ये तो बताया कि वह अब तक अलग अलग शहरों में छह बच्चे बेच चुके हैं। लेकिन मुरादाबाद से लापता बच्चों के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दे पाए हैं। उनका कहना है कि दीपमाला के संपर्क में अन्य लोग भी हैं। हो सकता है कि उनमें से ही किसी ने बच्चे को चोरी कर दीपमाला के बताए पते पर पहुंचा हो।