कांठ (मुरादाबाद)।
विकास खंड छजलैट के परिषदीय स्कूलों में शुक्रवार को जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह निरीक्षण करने पहुंचे, तो कई अव्यवस्थाएं सामने आई। कहीं मानकों से अधिक शिक्षक मिले तो कहीं साफ सफाई ठीक न होने पर डीएम ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने मानकों से अधिक शिक्षकों की तैनाती होने पर बीएसए से स्पष्टीकरण मांगा है।
शुक्रवार को डीएम सबसे पहले कम्पोजिट विद्यालय लदावली पहुंचे, जहां उन्होंने कक्षा तीन व चार में बच्चों से किताबें पढ़वाई और मिड डे मील के बारे में जानकारी ली। इसके बाद प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत 155 बच्चों के सापेक्ष 10 शिक्षकों और जूनियर हाईस्कूल में 113 विद्यार्थियों पर सात शिक्षकों की तैनाती पाई गई, जो मानक से अधिक होना माना गया। दिव्यांग शौचालय में ताला लटका मिला, दरवाजे उखड़े थे और पोषण वाटिका खराब पाई गई। जिस पर प्रधानाध्यापक को निर्देश दिए गए।
इसके बाद डीएम पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुचावली पहुंचे। विद्यालय का नाम ठीक से दिखाई न देने पर प्रधानाध्यापक से ठीक कराने को कहा गया। विद्यालय में पंजिकृत 104 में से 55 बच्चे उपस्थित मिले। उन्होंने कक्षा छह व आठ में बच्चों किताब पढ़वाई। दिव्यांग शौचालय बंद था और निर्माण गुणवत्ता भी ठीक नहीं थी। यहां प्राथमिक विद्यालय में पंजिकृत 32 बच्चों पर पांच शिक्षक तैनात हैं। जिलाधिकारी ने विद्यालय परिसर में साफ सफाई ठीक न मिलने और ईंटों का मालवा पड़ा होने पर नाराजगी जताई। सुधार कराने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने दोनों विद्यालयों में मानकों से अधिक शिक्षकों की तैनाती मिलने पर उन्होंने बीएसए मुरादाबाद से स्पष्टीकरण मांगा है।