मुरादाबाद। पहाड़ों और मैदानी क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश से ढेला नदी उफना गई। ढेला के उफान पर आने से भोजपुर क्षेत्र के काफी आवाज -पीपलसाना मार्ग पर करीब पांच फीट पानी आने से 20 गांवों का रास्ता बाधित हो गया है। लोग कमर तक पानी में जाकर सड़क पार रहे हैं। ग्रामीणों ने बच्चों को सड़क पर जाने से रोक लगा दी है। पुलिस ने शनिवार को ट्रैक्टरों के जाने पर रोक लगा दी।
ग्रामीणों ने बताया कि लगातार बरसात होने के कारण ढेला नदी उफान पर आ गई है। नदी के पानी के धान की फसल डूब गई है। पशुओं का चारा काटने के लिए खेत में जाना ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन गया है। खेत में चारे की फसल हैं लेकिन कमर भर पानी में जाना मुश्किल है। लोग चारा काटने के लिए लोग ट्रैक्टर का सहारा ले रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस बाढ़ से गन्ने की फसल को कोई नुकसान नहीं है लेकिन सब्जी की फसल डूब गई है। अक्का भीगनपुर निवासी अख्तर अली ने बताया कि पिछले साल बाढ़ का पानी आने पर दो बच्चे डूब गए थे। शुक्रवार को घुटने भर पानी था लेकिन आज पानी कमर तक हो गया है।
यहां पीपलसाना में अस्पताल हैं। मरीजों को अस्पताल जाने के लिए भी ट्रैक्टर का सहारा लेना पड़ रहा है। क्योंकि छोटी गाड़ियां पानी में डूब जाएंगी। पुलिस ने ट्रैक्टर मालिकों से रोड से जाने पर रोक लगा दी है। ढेला नदी का पानी रामगंगा नदी में जाकर गिरता है। ग्रामीण आसिम ने बताया कि बाढ़ से पानी से पीपलसाना, सियाली, शहबाजपुर, शाहपुरा, अहमदपुर, बसांव, मिलक, काफी आवाज सहित 20 गांवों का रास्ता बंद गया है है। रात में कोई समस्या होने पर अस्पताल भेजने के लिए लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। अभी बरसात जारी है। इस कारण पानी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
श्मशान पानी में डूबा
ग्रामीणों का कहना है कि ढेला नदी को दमदमा नदी भी कहते है। नदी के उफान से श्मशान भी पानी से डूब गया है। यदि कोई मरेगा तो उसका अंतिम संस्कार करने के लिए अन्यत्र लेकर जाना पड़ेगा।