मुरादाबाद। देशी गायों का पालन करने वाले पशुपालकों, किसानों के लिए यह अच्छी खबर है। अगर कोई पशु पालक दूसरे प्रदेश से शाहीवाल, हरियाणा, थारपारकर और गिर नस्ल की स्वदेशी गायें लाकर पालता है तो उसे 80 हजार रुपये का अनुदान सरकार देगी। नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत प्रदेश सरकार ने मुख्य मंत्री स्वदेशी गो-संवर्धन योजना शुरू की है। मुरादाबाद समेत प्रदेश के 18 जिलों में यह योजना लागू होगी।
योजना के पशु पालक दो लाख रुपये तक की इकाई स्थापित कर सकता है। जिसके लिए उसे दूसरे प्रदेश से अधिकतम दो गाय खरीद कर ला सकेगा। इकाई स्थापना की लागत अधिकतम दो लाख का 40 प्रतिशत (80 हजार रुपये) अनुदान उसे इसके लिए दिया जाएगा। अनुदान की यह धनराशि देशी नस्ल की गायों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उनके पालन के लिए शेड निर्माण, दो गायों की खरीद, ट्रांजिट बीमा, किसान के घर आने पर तीन साल का बीमा आदि के लिए दिया जाएगा। इसके आवेदन फार्म ऑनलाइन विभाग की वेबसाइट http://updairydevelopment.gov.in और http://www.animalhusb.upsdc.gov.in/en पर जाकर अथवा सीडीओ, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, दुग्धशाला विकास अधिकारी, उप दुग्धशाला विकास अधिकारी, खंड पशुचिकित्साधिकारी कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। आवेदन फार्म भर कर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय में जमा करना होगा। आवेदन की अंतिम तिथि 17 अक्तूबर है।
इन 18 जिलों में लागू होगी योजना
लखनऊ, कानपुर, अयोध्या, गोंडा, बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़, प्रयागराज, चित्रकूट, मिर्जापुर, झांसी, आगरा, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर।
पहले पालने वालों को 10-15 हजार तक का मिलेगा प्रोत्साहन
जो पशु पालक पहले पहले से अपने घर में देसी नस्ल गिर, साहीवाल हरियाणा, गंगातीरी और थारपारकर प्रजाति की गाय पाल रहे हैं उन्हें भी 10 हजार से 15 हजार तक की प्रोत्साहन धनराशि दी जाएगी। इसके लिए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना लागू की है। इस योजना का लाभ प्रदेश के किसी भी जिले के पशु पालक प्राप्त कर सकेंगे।
यह है प्रोत्साहन राशि का मानक
– गिर, साहिवाल और थारपारकर प्रजाति: 08 से 12 किलोग्राम दुग्ध होने पर 10 हजार रुपये और 12 किलोग्राम से अधिक होने पर 15 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
– हरियाणा प्रजाति: 07 से 10 किलोग्राम दुग्ध पर 10 हजार और 10 किलोग्राम से अधिक दुग्ध पर 15 हजार रुपये
– गंगा तीरी प्रजाति: 07 से 08 किलोग्राम पर 10 हजार और 08 किलो से अधिक पर 15 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।