मुरादाबाद। रक्षाबंधन के मौके पर रोडवेज पर भी बुधवार को भद्रा का असर देखने को मिला। दोपहर तक बस अड्डे सुनसान पड़े रहे। सामान्य से भी कम यात्रियों ने बसों में सफर किया। जबकि शाम को बसों में सीट पाने के लिए यात्री जद्दोजहद करते दिखे। किसी ने छोटे बच्चों को खिड़की से सीट तक पहुंचाया। तो किसी ने खुद के लिए सीट घेरने में भी इस स्टंट का इस्तेमाल किया।
मुरादाबाद डिपो पर दोपहर डेढ़ बजे अमरोहा, मेरठ, दिल्ली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर की बसें खड़ी थीं। ड्राइवर-कंडक्टर यात्रियों के लिए आवाज लगा रहे थे लेकिन काफी कम यात्री थे। कुछ ही बसें यात्रियों से भरकर गंतव्य के लिए रवाना हुईं। इन बसों में महिला यात्रियों की संख्या ज्यादा रही। वहीं शाम होते होते बस अड्डे पर भीड़ बढ़ने लगी। अमरोहा, गजरौला व बिजनौर की सवारियों की भीड़ रही। पीतलनगरी बस अड्डे पर दोपहर दो बसे रामपुर, हल्द्वानी, लखनऊ, बरेली, आगरा, अलीगढ़ जाने वाली बसों का स्टाफ भी यात्रियों को तलाशता दिखा। शाम पांच बजे करीब चंदौसी रूट की सवारियां निकलीं तो छह बसें वहां के लिए रवाना की गईं। इसके अलावा बरेली के लिए शाम को अच्छा ट्रैफिक मिला। इसके अलावा हर रूट पर सामान्य से भी कम भीड़ रही।
कहीं यात्री नहीं को कहीं बस की किल्लत
पीतलनगरी बस अड्डे पर दोपहर तक एक ओर तो बसें बिना यात्रियों के खड़ी थीं। दूसरी ओर काशीपुर जाने वाले यात्री बसों के इंतजार में खड़े थे। ऐसा हर दिन होता है, इसका कारण यह है कि मुरादाबाद से काशीपुर के लिए दो बसें सिर्फ सुबह चलती हैं। इसके बाद जाने वाले यात्री हापुड़ से आनी वाली बसों पर निर्भर हैं। यात्रियों ने स्टेशन इंचार्ज से मिलकर मांग रखी कि काशीपुर के लिए बसें चलाई जाएं। इंचार्ज चंद्रभान सिंह ने उनकी समस्या एआरएम प्रेम सिंह तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।