मुरादाबाद।
सिविल लाइंस थाने में किसान ने आरएसडी के निदेशक डाॅ. विनोद कुमार समेत तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी में केस दर्ज कराया है। किसान ने आरोप लगाया है कि फर्जी तरीके से उसकी नौ बीघा जमीन का बैनामा कराया गया है।
सिविल लाइंस की चक्कर की मिलक निवासी श्याम लाल ने बताया कि उसकी और उसके भाई रामलाल की रामगंगा पार खेती की जमीन है। वह इस जमीन पर बाप-दादा के समय से खेती करते आ रहे हैं। अब दोनों भाइयों को अपनी-अपनी बेटियों की शादी करनी थी। रुपयों की जरूरत पड़ी तो दोनों भाइयों ने दो बीघा जमीन बेचने के लिए एक व्यक्ति से संपर्क किया। जमीन खरीदने वाले ने तहसील जाकर जमीन के बारे में जानकारी जुटाई। तब पता चला कि जमीन 2015 में बिक चुकी है। इसके बाद दोनों भाइयों के परिवार के लोग परेशान हो गए। उन्होंने लेखपाल से बात की और तहसील जाकर खुद ही जमीन के दस्तावेज निकलवाए। इससे पता चला कि 17 जुलाई 2015 को एसबीजी फर्म के प्रोपराइटर डॉ. विनोद कुमार के नाम पर जमीन का बैनामा कराया गया है।
सिविल लाइंस के रामगंगा विहार स्थित मधुर ग्रीन विला निवासी डॉ. विनोद कुमार आरएसडी के निदेशक हैं। बैनामे में कोतवाली के सराय हुसैनी निवासी नवाबुल हसन और सिविल लाइंस के हरथला निवासी चंद्रपाल को गवाह बनाया गया है। श्याम लाल का कहना है कि वह न तो कभी रजिस्ट्री दफ्तर गए और न ही किसी दस्तावेज पर उन्होंने हस्ताक्षर व अंगूठा लगाया है। उनका आरोप है कि उनकी बिना मर्जी के दूसरे लोगों को उनकी जगह खड़ा कराकर जमीन का बैनामा कराया गया है। सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया है। विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे। उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
– केस दर्ज होने की मुझे कोई जानकारी नहीं है। एफआईआर की कॉपी देखने और पूरे मामले को समझने के बाद ही कुछ बता पाऊंगा।
-डॉ. विनोद कुमार, निदेशक आरएसडी