मुरादाबाद। आरटीओ की टीम ने नियामतपुर इकरोटिया टोल प्लाजा से लुधियाना जा रही एक निजी बस को सीज कर दिया। बस में 70 मजदूर थे, जोकि गोरखपुर से लुधियाना जा रहे थे। बस संचालन से सभी 1200-1200 रुपये बतौर किराया लिए थे। इसके बाद ड्राइवरों को बस लेकर रवाना कर दिया। मुरादाबाद में चेकिंग के दौरान इसकी परमिट नहीं पाई गई तो आरटीओ ने बस को रोडवेज कार्यशाला में खड़ा करा दिया।
बस संचालक पर 65 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। इस दौरान उन मजदूरों को परेशानी का सामना करना पड़ा, जिनके पास लुधियाना पहुंचने के लिए कोई दूसरा साधन नहीं था। वे पहले ही किराये की रकम बस संचालन कोे दे चुके थे। इसके कारण उन्हें पीतलनगरी रोडवेज कार्यशाला पर पेड़ के नीचे सात घंटे गुजारने पड़े। हरिया, धीरपाल, रवि, बिरजू मेहतो आदि श्रमिकों का कहना था कि उनके पास इतने रुपये भी नहीं हैं कि रोडवेज बस में बैठकर लुधियाना पहुंच सकें। शाम चार बजे तक चालान जमा करने के बाद बस ड्राइवर को कार्यशाला से बस निकालने की अनुमति दी गई। तब जाकर यात्रियों ने राहत की सांस ली। रोडवेज प्रबंधन ने यात्रियों से अपील की है कि इस तरह निजी संचालकों के चक्कर में न फंसें। रोडवेज बसों से यात्रा करें।