मुरादाबाद।
रूस और यूक्रेन की जंग से निर्यात पहले से प्रभावित था। वर्तमान में इस्राइल और हमास के बीच जंग शुरू होने से मुरादाबाद के निर्यात पर और असर पड़ेगा। इसमें अन्य देश भी शामिल होंगे। नोएडा में आयोजित ट्रेड फेयर में युद्ध ग्रस्त देशों के ग्राहकों के आने के आसार कम ही है। ऐसे में आर्डर नहीं मिल पाएंगे।
मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल का कहना है कि इस्राइल और हमास के बीच जंग शुरू होने से मुरादाबाद के निर्यात पर भी असर पड़ेगा। कई लोग इस्राइल से कारोबार करते हैं। यह कहना कठिन है कि कितना असर होगा। निर्यातक अभी रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर पहले से चिंतित थे। इस जंग के चलते अमेरिका से कम आर्डर मुरादाबाद के निर्यातकों को मिला है।
तेल पर भी पड़ेगा प्रभाव
निर्यातक विपिन कुमार शर्मा ने बताया कि इस्राइल और हमास के बीच जारी जंग में अमेरिका ने भी हस्तक्षेप कर दिया है। ईरान और खाड़ी के अन्य देश हमास का समर्थन कर रहे हैं। अमेरिका में अभी मंदी छाई है। अमेरिका से मुरादाबाद का 70 प्रतिशत निर्यात है। जंग में अमेरिका के कूदने से मुरादाबाद को निर्यात के आर्डर नहीं मिल पाएंगे। भारत ईरान से तेल का निर्यात करता है। जिसकी कीमत में उछाल आ सकता है।
खाड़ी देशों के चलते पड़ेगा असर
निर्यातक विशाल अग्रवाल का कहना है कि इस्राइल के खिलाफ जंग में ईरान और खाड़ी देश प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हो गए हैं। मुरादाबाद का कारोबार इस्राइल और खाड़ी देशों से भी होता है। इस कारण यहां के निर्यात पर असर पड़ना स्वाभाविक है। अमेरिका भी इस जंग का हिस्सा बनने जा रहा है। जंग का असर वैश्वविक कारोबार पर होगा।
इस्राइल जंग का असर पड़ेगा
निर्यातक नीरज अग्रवाल का कहना है कि इस्राइल और हमास के बीच जारी जंग का असर जिले के निर्यात पर पड़ेगा। इसमें अमेरिका और अन्य यूरोपीय देश भी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हो गए हैं। नोएडा में 12 अक्तूबर से फेयर लगने की तैयारी हो गई है। जंग के चलते संबंधित देशों के ग्राहक नहीं आएंगे। फेयर पर इसका पूरा असर पड़ेगा।