मुरादाबाद। बाग काटने की अनुमति देने से पहले जिला उद्यान अधिकारी को इसे डीएम के संज्ञान में लाना होगा। बिना डीएम के संज्ञान में लाए मंडल में अगर कहीं भी बाग कटने की शिकायत मिली तो संबंधित उद्यान और वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने इसके निर्देश जारी कर दिए हैं।
मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि प्लाटिंग के लिए कुछ स्थानों पर बाग को काटने की शिकायतें मिल रहीं थीं। जानकारी करने पर पाया गया कि जिला उद्यान अधिकारी और वन विभाग के अधिकारियों से बाग के कुछ पेड़ों के सूख जाने के नाम पर अनुमति प्राप्त कर यह कटान किया जाता है।
मंडलायुक्त ने कहा कि पेड़, पौधों का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है। फलदार पौधों को काटने के मामले रोकने के उन्होंने सख्त निर्देश उद्यान विभाग के मंडलीय अधिकारियों व जिलाधिकारियों को दिए हैं। मंडलायुक्त ने कहा कि अब जहां कहीं भी बाग काटने का परमिट प्राप्त करने के लिए आवेदन प्राप्त होगा तो संबंधित उद्यान अधिकारी अनुमति प्रदान करने से पहले उसका निरीक्षण कर आख्या रिपोर्ट डीएम को देंगे। डीएम उस रिपोर्ट का अपनी टीम से सत्यापन कराएंगे। डीएम की टीम अगर पाती है कि बाग के सभी पेड़ सूख गए हैं तो वह जिला उद्यान अधिकारी को परमिट की अनुमति प्रदान कर सकेंगे। या फिर बाग में पूरी तरह जो पेड़ सूखे अथवा गिरताऊ हालत में होंगे उन्हें ही काटने की अनुमति दी जा सकेगी।
मंडलायुक्त ने कहा कि इसके अलावा तहसीलों में लंबित राजस्व वादों की स्थिति भी ठीक नहीं मिली है। कई-कई साल से वादों का निपटारा नहीं हो सका है। इसके कारण किसान परेशान होते हैं। लिहाजा सभी राजस्व न्यायालयों में वादों का निपटारा निर्धारित समय के भीतर करने के निर्देश दिए हैं। इसकी स्थिति की जानकारी के लिए वह स्वयं एसडीएम न्यायालयों का मुआयना भी करेंगे।