बिलारी (मुरादाबाद)।
ब्लॉक बिलारी के बीडीओ पर क्षेत्र के किसानों की समस्याओं की अनदेखी करने और शिकायत लेकर आने वाले किसानों से अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए भाकियू टिकैत गुट के कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार दोपहर को ब्लॉक कार्यालय परिसर में छह घंटे तक धरना दिया। एसडीएम और सीओ के आश्वासन पर शाम को धरना स्थगित कर दिया गया। भाकियू ने जहां बीडीओ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई वहीं एसडीएम ने मामले में जांच कराकर न्याय मिलने का आश्वासन दिया।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट की ओर से बीती 20 जुलाई को बिलारी ब्लॉक कार्यालय पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर खंड विकास अधिकारी को ज्ञापन दिया गया था। ज्ञापन में छुट्टा पशुओं को शीघ्र पकड़वाने, ग्रामों में सफाई व्यवस्था बेहतर कराए जाने, मनरेगा के कार्य नियमानुसार कराए जाने आदि मांगें उठाई गई थीं।
भाकियू की जिला कार्यकारिणी की बुधवार शाम हुई बैठक में बताया गया कि कई किसानों ने यह शिकायत की है कि जब वह बिलारी बीडीओ के पास अपनी समस्या लेकर गए तब बीडीओ ने उनकी बात को नहीं सुना और अपमानित करके कार्यालय से बाहर निकाल दिया। ऐसी स्थिति में बृहस्पतिवार सुबह बीडीओ बिलारी कार्यालय पर बेमियादी धरना शुरू किया जाएगा।
जिला कार्यकारिणी के निर्णय के मुताबिक बृहस्पतिवार सुबह लगभग 11 बजे बड़ी संख्या में भाकियू कार्यकर्ता ब्लॉक कार्यालय पहुंच गए और बीडीओ कार्यालय के निकट ही धरना शुरू कर दिया। धरना स्थल पर भाकियू नेताओं ने बीडीओ पर किसानों की मांगों की अनदेखी करने के आरोप लगाने शुरू कर दिए।
किसानों को समझाने के लिए बीडीओ सूर्यप्रकाश स्वयं ही उनके धरने में आकर बैठ गए। लगभग एक घंटे तक बैठने के बाद बीडीओ विभागीय बैठक में जाना बताते हुए धरने से उठकर चले गए। भाकियू नेताओं ने आरोप लगाया कि बीडीओ ने किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया और उनकी मांग को भी नहीं सुना। अचानक बीच में धरने से उठकर जाना किसानों का अपमान है।
किसानों ने बीडीओ के खिलाफ नारेबाजी की और चेतावनी कि यदि तीन बजे तक जिला मुख्यालय से जिम्मेदार अधिकारी धरना स्थल पर नहीं आए तब भाकियू ब्लॉक के सामने हाईवे पर जाम लगाएगी। इस दौरान किसानों को मनाने सीओ अंकित कुमार और तहसीलदार साराह अशरफ खान भी पहुंचीं लेकिन किसानों ने उनके अनुरोध को ठुकरा दिया और डीएम या सीडीओ स्तर के अधिकारी को धरने पर बुलाने की मांग दोहराई। शाम लगभग साढ़े पांच बजे उपजिलाधिकारी अजय कुमार गौतम, प्रशिक्षु आईपीएस कुंवर आकाश सिंह किसानों से वार्ता करने पहुंचे। एसडीएम ने आश्वासन दिया कि किसानों ने बीडीओ के रवैये को लेकर जो शिकायत की है उसकी जांच की जाएगी। किसानों की भावनाओं का पूरा सम्मान किया जाएगा।
भाकियू पदाधिकारियों ने एसडीएम के आश्वासन पर शाम साढ़े पांच बजे धरना स्थगित कर दिया। धरना स्थल पर किसानों को भाकियू युवा के पश्चिम प्रदेश प्रभारी शुभम राठी, मंडल उपाध्यक्ष चौधरी भयराज सिंह, जिलाध्यक्ष मनोज चौधरी, मंडल सचिव आशू बालियान, तहसील अध्यक्ष रनवीर सिंह यादव, ब्लॉक अध्यक्ष भानू सिंह यादव, कुंदरकी ब्लॉक अध्यक्ष प्रेमपाल सिंह सहित प्रधान संगठन के बिलारी ब्लॉक अध्यक्ष आदि ने विचार रखे।
धरना स्थल पर किसानों ने की अभद्रता : बीडीओ
खंड विकास अधिकारी बिलारी सूर्यप्रकाश का कहना है कि वह स्वयं किसानों के धरना स्थल पर उनकी समस्याएं जानने गए थे। एक घंटे तक धरना स्थल पर किसानों के बीच बैठे। वरिष्ठ अधिकारी का फोन आने पर जब वह विभागीय कार्य के लिए उठकर अपने कार्यालय में जाने लगे तब किसानों ने उन्हें जबरन बैठाना चाहा और पकड़कर अभद्रता की। बीडीओ के अनुसार उन्हें बिलारी ब्लॉक में कार्यभार ग्रहण किए हुए मात्र 15 दिन हुए हैं। उन्होंने अपने कार्यालय में आए किसी किसान या अन्य ग्रामीण से कोई अभद्रता नहीं की है। भाकियू ने उन्हें जो ज्ञापन दिया था उस पर उसी दिन कार्रवाई शुरू कर दी गई। कुछ लोगों ने निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिए बेवजह उनके खिलाफ मामले को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया है।