मुरादाबाद। जिले में बुखार से मौतों का सिलसिला जारी है। बृहस्पतिवार को बुखार से छह लोगों की जान चली गई। ठाकुरद्वारा के मोहल्ला छिपीयान निवासी इरशाद अहमद की पत्नी मैसर जहां को चार दिन से बुखार था। एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, वहीं मैसर की मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि जांच में डेंगू की पुष्टि हुई है।
वहीं मोहल्ला जाटवान वार्ड दो निवासी नेहा गौतम ने भी बुखार से दम तोड़ दिया। उन्हें पांच दिन से बुखार था। काशीपुर के एक निजी अस्पताल में बृहस्पतिवार सुबह करीब चार बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। दूसरी ओर कुंदरकी के ग्राम असदपुर में भूरी (55) को पांच दिन पहले बुखार आया था। गांव में झोलाछाप से इलाज चला लेकिन कुछ आराम नहीं हुआ। भूरी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। ग्राम चित्तूपुर में फात्मा (45) की भी मुरादाबाद के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्हें पांच दिन से बुखार था।
इसके अलावा भोजपुर के ग्राम गोधी निवासी मोहम्मद रिहान की 15 वर्षीय बेटी सबा को कई दिन से बुखार था। बुधवार की रात अचानक किशोरी को उल्टी-दस्त हो गए। मुरादाबाद के एक निजी अस्पताल में उसकी मौत हो गई। वहीं मूंढापांडे में जीराज सिंह की पत्नी रामवती (70) ने रामपुर के एक निजी अस्पताल में दम तोड़ा है। उन्हें मंगलवार से बुखार की शिकायत थी।
30 मरीज शहर में, आठ देहात क्षेत्र में
बृहस्पतिवार को मिले डेंगू के मरीजों में 30 शहर के निवासी हैं। जबकि आठ मरीज देहात क्षेत्रों के हैं। इनमें से ज्यादातर मरीजों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि कुछ ठीक हो गए हैं। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि बिलारी, डिलारी, मूंढापांडे, ठाकुरद्वारा, भोजपुर, कुंदरकी और मुरादाबाद शहर में शिविर लगाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। यदि किसी को डेंगू या मलेरिया के लक्षण हैं, तो हेल्पलाइन नंबर 0591-2411224 पर सूचना दे सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि झोलाछाप के सस्ते इलाज चक्कर में जान जोखिम में न डालें। सरकारी अस्पताल में इलाज कराएं। 108 पर कॉल करें, एंबुलेंस मरीज को घर से अस्पताल लेकर पहुंचेगी।