मुरादाबाद। अगवानपुर में मंगलवार को बुखार से कक्षा चार के छात्र नैतिक ने दम तोड़ दिया। वह चार दिन से बीमार था। वहीं ठाकुरद्वारा की 22 वर्षीय बीएड की छात्रा शिवानी की मौत हुई है। वह चार दिन से बीमार थी। धामपुर के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। इसके अलावा मंगलवार को जिले में डेंगू के छह नए केस मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग को दोनों मौतों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
अगवानपुर निवासी नैतिक के पिता राहुल प्रजापति ने उसे स्थानीय डॉक्टर से दवा दिलाई थी लेकिन आराम नहीं मिला। शनिवार रात उसे फिर डॉक्टर के पास ले गए तो भर्ती कर लिया। गया एक दिन बाद भी नैतिक की तबीयत में सुधीर नहीं हुआ तो डॉक्टर ने हाथ खड़े कर दिए। परिजन घबराकर बच्चे को सेरुआ चौराहा स्थित निजी अस्पताल में ले गए और भर्ती कराया। वहां इलाज के दौरान मंगलवार को सुबह 10 बजे बच्चे की मौत हो गई। जांच में उसे टाइफायड बुखार व प्लेटलेट्स कम बताई गई थीं। अगवानपुर में अब तक डेंगू के छह केस सामने आ चुके हैं। दो लोगों की डेंगू से व चार की बुखार से मौत हो चुकी है। कुछ दिन तक स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाकर लोगों की जांच की लेकिन अब सब ठंडा पड़ गया है। कस्बे में उन्नीस दिन में यह मौत का छठां मामला है।
जबकि ठाकुरद्वारा में अब तक चार लोगों की मौत बुखार के कारण हो चुकी है, एक जान डेंगू से गई है। मृतका शिवानी के पिता गांव भायपुर निवासी वीर सिंह किसान हैं। उन्होंने बताया कि चार दिन पहले बेटी को बुखार आया था। परिजनों ने धामपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां मंगलवार शाम 4 बजे उसकी मौत हो गई।
मंगलवार को मिले पॉजीटिव मरीजों में बिलारी निवासी 25 वर्षीय युवक, बागड़पुर निवासी 32 वर्षीय युवक, एमडीए कॉलोनी निवासी 40 वर्षीय ग्रहणी, बसंत विहार निवासी दंपती, सिविल लाइंस निवासी 30 वर्षीय महिला और सदरपुर निवासी 59 वर्षीय बुजुर्ग शामिल हैं।
– डेंगू पॉजीटिव सभी मरीजों से बात की जा रही है। उनके घर व आसपास के क्षेत्र में फॉगिंग कराई जा रही है। सभी ने अपील है कि यदि किसी को बुखार या डेंगू के लक्षण हैं तो फौरन जिला अस्पताल पहुंचकर दवा लें और जांच कराएं। झोलाछाप डॉक्टरों के चक्कर में फंसें। – डॉ. प्रवीण श्रीवास्तव, जिला सर्विलांस अधिकारी