मुरादाबाद। बिना परिणाम आए काल्पनिक अंकों से शिक्षक भर्ती में आवेदन कर नौकरी पाने वाले शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। इसमें मुरादाबाद जनपद के 12 शिक्षक शामिल हैं। बीएसए अजीत कुमार के मुताबिक यह कार्रवाई शासन स्तर से की गई है।
बेसिक शिक्षा विभाग में वर्ष 2014 में 15 हजार पदों पर शिक्षकों की भर्ती शुरू हुई थी। इस प्रक्रिया की आवेदन की अंतिम तारीख निकल गई थी। इसके दो दिन बाद बीटीसी का परिणाम आया था, लेकिन कुछ अभ्यर्थियों ने नौकरी पाने के लिए बिना परिणाम आए ही आवेदन में काल्पनिक अंक भर दिए थे। यह प्रक्रिया वर्ष 2016 में पूर्ण हुई थी। इसके बाद काल्पनिक अंक भरने वाले शिक्षकों को भी बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्ति मिल गई थी। इसमें मुरादाबाद जिले के 12 शिक्षक शामिल थे। कुछ समय बाद ही सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने इस गड़बड़ी के खिलाफ परिवाद दायर किया था।
मामले में लोकायुक्त ने जांच की थी। इस जांच में यह शिक्षक अयोग्य पाए गए। ये शिक्षक मुरादाबाद के बिलारी, कुंदरकी, मूंढापांडे ब्लॉक में कार्यरत थे। प्राइमरी विद्यालय खानपुर बिलारी में तैनात अजय कुमार, प्राइमरी विद्यालय कौंदरी की शिखा, प्राइमरी विद्यालय रामनगर गंगपुर के गोविंद रस्तोगी, प्राइमरी विद्यालय एहलादपुर के सहायक अध्यापक ऋषिपाल सिंह, प्राइमरी विद्यालय खानपुर मूंढापांडे के पंकज कुमार, प्राइमरी विद्यालय जैतिया सादुल्लापुर में तैनात विनीत यादव समेत 12 सहायक अध्यापक को सेवा समाप्त कर दी गई है। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव ने बर्खास्तगी का आदेश बीएसए को भेजा है।