मुरादाबाद। सावन के आखिरी सोमवार के लिए श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह है। शनिवार को ब्रजघाट और हरिद्वार से गंगाजल लेकर आने वाले कांवड़ियों की धूम रही। विधि विधान से कांवड़िए और श्रद्धालु जलाभिषेक कर सकें, इसके लिए शहर के प्रमुख मंदिरों में तैयारियां जोरों पर हैं। मुख्य पुजारियों का कहना है कि कांवड़ियों के ठहरने की व्यवस्था मंदिर परिसरों में ही की गई है।
चौरासी घंटा मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित विष्णु दत्त शर्मा का कहना है कि महिला और पुरुष श्रद्धालुओं को अलग-अलग गेट से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। करीब 20 स्वयं सेवक व्यवस्था में शामिल रहेंगे। सोमवार तड़के तीन बजे मंदिर के द्वार खोल दिए जाएंगे। सोमवार दोपहर रुद्राभिषेक किया जाएगा। गंगा मंदिर में कांवड़ियों के ठहरने की व्यवस्था है। मंदिर को फूलों से सजाया जाएगा। हवन के बाद प्रसाद वितरित किया जाएगा।
प्राचीन शिव मंदिर झांझनपुर के महंत पंडित केदारनाथ मिश्र ने बताया कि मंदिर परिसर में कांवड़ियों के ठहरने की व्यवस्था है। निगरानी के लिए पुलिस प्रशासन की तैनाती रहेगी। बिजली की झालरों से सजावट की गई है। रविवार को फूलों की सजावट होगी। सोमवार को दिन में रुद्राभिषेक किया जाएगा। श्रद्धालुओं को फलों का प्रसाद वितरित किया जाएगा। सुबह चार बजे से जलाभिषेक शुरू हो जाएगा।
रात ढाई बजे शुरू हो जाएगा जलाभिषेक
मुरादाबाद। झारखंडी महादेव मंदिर के महंत भोलेनाथ योगीराज ने बताया कि आखिरी सोमवार को करीब 15 हजार कांवड़िए आएंगे। रविवार देर रात ढ़ाई बजे से जलाभिषेक शुरू हो जाएगा। ढोल, नगाड़े, घंटे आदि से महाआरती का आयोजन किया जाएगा। दोपहर बाद भगवान भोलेनाथ का श्रृंगार किया जाएगा। कांवड़ियों के ठहरने की व्यवस्था मंदिर परिसर में की जाएगी।