मुरादाबाद। रामगंगा और कोसी नदी का जलस्तर घटने लगा है, लेकिन ताजपुर समेत नदी किनारे स्थिति कई गांवों की सड़कों पर पानी बहने, संपर्क मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से लोगों की समस्याएं कम नहीं हुई हैं। कोसी नदी से ग्राम हरपाल नगर और लोधीपुर बासु में भू-काटन जारी है।
एक दिन पहले खतरे के निशान 190.60 से छह सेंटीमीटर ऊपर बह रही रामगंगा का जल स्तर शनिवार को कम हुआ। यह खतरे के निशान से 18 सेंटीमीटर नीचे पहुंच गया। इसके साथ ही नदी किनारे स्थित गांवों की सड़कों व खेतों में फैला पानी भी घटने लगा है। लेकिन उफनाई रामगंगा का पानी शहर से सटे ग्राम ताजपुर, नगला रसूलपुर, सहलपुर की आबादी की सड़कों से पूरी तरह नहीं उतर सका है। इससे लोगों को आवागमन में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। कटघर थाना क्षेत्र के धोबी वाली मिलक से मुरादाबाद की सड़क पर भी पानी कुछ कम जरूर हुआ है लेकिन तेज बहाव के कारण कई स्थानों पर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। इस मार्ग पर शनिवार भी लोग जान जोखिम में डाल आवागमन करते देखे गए।
उफनाई रामगंगा से ग्राम लोधीपुर बासु में कटान शुरू हो गया है। यहां नदी खेती की जमीन का कटान कर रही है। गांव मिलक भीकनपुर, गतौरा, गोविंदपुर कलां, रसूलपुर नगरी, लालाटीकर, दौलतपुर, अजमतपुर, रौंडा-झौंडा, सुल्तानपुर, मोहम्मदपुर के संपर्क मार्गों पर भी बाढ़ का पानी कम जरूर हुआ है, लेकिन इसके बावजूद दूसरे दिन भी इस मार्ग पर यातायात बाधित रहा। ग्रामीणों के मुताबिक संपर्क मार्ग कई स्थानों पर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। इन सभी गांवों के किसानों की फसलें बाढ़ के पानी में डूबी हुई हैं। इससे फसलों के नुकसान का खतरा बढ़ गया है।