मुरादाबाद। रोडवेज कर्मचारियों के लंबित मुद्दों लेकर उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ ने आरएम कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। संगठन की मांग है कि संविदा कार्मिकों के वेतन में वर्ष में दो बार वृद्धि की जाए। राष्ट्रीयकृत मार्गों पर संचालित डग्गामार वाहनों पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जाए। परिवहन निगम को उद्यम ब्यूरो से मुक्त किया जाए।
कर्मचारियों ने कहा कि जैम पोर्टल के माध्यम से आउटसोर्सिंग पर की जा रही परिचालकों की भर्ती पर रोक लगाई जाए। पहले की तरह परिवहन निगम में परिचालकों की भर्ती की जाए। लंबी दूरी की बसों पर कार्यरत ड्राइवरों को किमी का पूरा भुगतान किया जाए। 2001 तक नियुक्त संविदा परिचालकों को नियमित किया जाए। शेष संविदा कार्मिकों को वरिष्ठता के आधार पर नियमित नियुक्ति दी जाए। मृतक आश्रितों को जल्द से जल्द नियमित नियुक्ति दी जाए व उनकी नियुक्ति में पांच वर्ष का प्रतिबंध समाप्त किया जाए। समस्त संवर्गों में नियमित नियुक्ति की जाएं, संविदा कंप्यूटर ऑपरेटर को नियमित नियुक्ति में वरीयता दी जाए।
परिवहन निगम कार्मिकों को राज्य कार्मिकों की तरह 42 प्रतिशत डीए का भुगतान किया जाए। चालक पद से पांच प्रतिशत कोटा के तहत परिचालक या अन्य तकनीकी पद पर प्रोन्नति की जाए। निगम के सभी कर्मियों को चिकित्सा सुविधा दी जाए। धरना प्रदर्शन में पवेंद्र कुमार, अरुण कुमार सिंह, मबरूर मियां, राजीव वर्मा, किरनपाल सिंह, हरिश्चंद्र, वीरेंद्र सिंह, अतुल कुमार, शुभम गोस्वामी, सुनील कुमार, रविंद्र सिंह पदाधिकारी आदि मौजूद रहे।