Moradabad News: शादी की खुशियां तो नहीं मिलीं, कफन नसीब हुआ वह भी चंदे से

Moradabad News: शादी की खुशियां तो नहीं मिलीं, कफन नसीब हुआ वह भी चंदे से


मंडी धनौरा/बछरायूं। गांव तोमड़ा के निजी सफाईकर्मी ने अपनी 22 वर्षीय बेटी आशु की शादी छह माह पूर्व शायद यही सोच कर की थी कि जो खुशी उसे मायके में नहीं मिलीं, वह ससुराल में मिल जाएंगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शादी की खुशी तो दूर पति की पिटाई से गंभीर रूप घायल आशु की मौत हो गई। कफन भी चंदे से जमा हुए रकम से नसीब हुआ।

तोमड़ा गांव निवासी राजेश कुमार छह बेटियां हैं और एक बेटा है। उन्होंने अपनी बेटी आशु (22) की शादी छह माह पहले अमरोहा देहात के एक गांव निवासी युवक के साथ की थी। सामर्थ्य के अनुसार दान दहेज देकर बेटी को विदा किया था। पिता राजेश का आरोप है कि शादी के बाद से ससुराल वाले दहेज के लिए उनकी बेटी के साथ मारपीट करते थे। बीते सोमवार को पति ने उनकी बेटी के साथ बेरहमी से मारपीट की। उसके प्राइवेट पार्ट पर भी चोट थी। सूचना मिलने पर पिता अपनी बेटी को गांव लिवा लाया। यहां उसने आशु का इलाज कराया। शनिवार की सुबह आशु की उपचार के दौरान मौत हो गई। मौत की जानकारी मिलने पर ग्रामीण एकत्र हो गए।

सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष राजीव कुमार भी गांव पहुंच गए। पिता ने थानाध्यक्ष को ससुराल वालों के जुल्म की दास्तां सुनाई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थानाध्यक्ष राजीव कुमार का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

गांव वालों के साथ थानाध्यक्ष ने भी की मदद

वाल्मीकि समाज से ताल्लुक रखने वाले राजेश की माली हालत बेहद खराब है। राजेश के पास अपनी बेटी के इलाज के लिए भी पैसे नहीं थे। जो कुछ रकम उसने जमा की थी। वह सब बेटी आशु की शादी में खर्च कर दी। बेटी के अंतिम संस्कार के लिए राजेश ग्रामीणों के सामने असहाय खड़ा था। उसकी आर्थिक हालत से परिचित ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार के लिए आपस में चंदा एकत्र किया। मौके पर मौजूद थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने भी आर्थिक सहयोग किया।



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