मुरादाबाद। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना दिया।जिलाध्यक्ष शांति भूषण वर्मा ने कहा कि आदर्श स्थिति यह है कि शिक्षकों की सेवा शर्तों से जुड़े सभी काम समय पर हो जाएं, कोई समस्या उत्पन्न न हो। महामंत्री अकरम हुसैन ने बताया कि मांगे पूरा न होने की स्थिति में प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर आंदोलन का चतुर्थ चरण संपन्न किया जाएगा। इसमें 10, 11 एवं 12 जुलाई 2023 को संघर्ष समिति एवं कार्य समिति के द्वारा प्रदेश मुख्यालय पर तीन दिवसीय धरना दिया जाएगा। आंदोलन के पांचवें चरण में 25 जुलाई से 26 अगस्त तक मंडल से आंदोलन तथा भावी आंदोलन की तैयारी की जाएगी।
आंदोलन के छठवें चरण में 11 सितंबर से 18 अक्टूबर तक प्रदेश मुख्यालय पर धरना दिया जाएगा। सातवें चरण में 2 नवंबर को एक दिवसीय प्रदेश के धरना तथा विधानसभा के लिए पैदल मार्च एवं विधानसभा का घेराव किया जाएगा। इस दौरान उपाध्यक्ष डॉ. सचिन शुक्ला, संयुक्त महामंत्री राजकुमार शर्मा, ब्लॉक कुंदरकी के संयोजक कल्लू सिंह, रमेश चंद्र मिश्रा, रेखा, जिला संयोजक अमित कुमार दिवाकर, खिलेंद्र सिंह, कुलदीप पंवार, देवेंद्र कुमार, हरीश तिवारी आदि मौजूद रहे।
ये हैं मांगें
पुरानी पेंशन बहाली, वीडियो कॉल के द्वारा निरीक्षण को तत्काल स्थगित करने, केंद्र की भांति पेंशन मेमोरेंडम का क्रियान्वयन, नियमित म्यूच्यूअल ट्रांसफर, गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति, हॉफ डे लीव कुछ निरस्त अवकाश को पुनः बहाल करने, शिक्षामित्रों/अनुदेशकों के मानदेय में वृद्धि एवं शिक्षकों की भांति अवकाश, भोजन माताओं को 11 माह का मानदेय, विद्यालयों में चौकीदार की नियुक्ति, पदोन्नति पर न्यूनतम वेतन, शिक्षक एमएलसी चुनाव में मताधिकार आदि शेष मांगो को शीघ्र पूरा करने की मांग की गई।