मुरादाबाद। रेलवे ने हाल ही में नए कपूर कंपनी पुल के निर्माण के लिए टेंडर जारी किया है। सितंबर में नए पुल का निर्माण शुरू होने की संभावना है। फिलहाल जगाधरी वर्कशॉप में पुल के गर्डर व अन्य हिस्से बनाए जा रहे हैं। सितंबर में ब्लॉक लेकर रेलवे इसे स्थापित करेगा। नए पुल को बनाने के बाद पुराना जर्जर पुल गिराया जाएगा। फिलहाल यहां से पैदल व साइकिल सवारों को गुजरने की अनुमति है। दुपहिया वाहन चालकों के लिए पुल सात माह से बंद है।
तकरीबन आठ करोड़ की लागत से बनने वाले इस पुल के लिए लोगों ने बड़ा संघर्ष किया है। दिंसबर 2022 में महज 25 वर्ष पुराने पुल को जर्जर बताकर बंद तो कर दिया गया लेकिन लोगों को विकल्प नहीं बताया गया। लोगों ने मजबूरन रेलवे ट्रैक पार कर निकलना शुरू किया तो दुर्घटनाएं हुईं। विरोध प्रदर्शन और जन प्रतिनिधियों के हस्तक्षेप के बाद रेलवे ने पुराने पुल की मरम्मत कराई। फरवरी में पुराना पुल पैदल व साइकिल सवारों के लिए खोल दिया गया।
तत्कालीन डीआरएम अजय नंदन ने रेलवे के इंजीनियरों, नगर निगम व जिला प्रशासन के साथ बैठक कर नए पुल की रूप रेखा तय की। नगर विधायक के रेलमंत्री को पत्र लिखने का प्रभाव हुआ कि रेल मंत्री ने नगर निगम की ओर से बजट का इंतजार किए बिना पुल बनाने के निर्देश दिए। इसके बाद कवायद तेज हुई। नए पुल के लिए पुराने पुल के पास ही जमीन चिह्नित की गई। पहले इस पुल की सीढ़ियों वाली ड्राइंग बनाई गई। इसके बाद लोगों की मांग को देखते हुए ड्राइंग को बदला गया और रैंप वाला पुल स्वीकृत हुआ। चार जुलाई को टेंडर खोल दिए गए हैं। एक से डेढ़ माह का समय ठेकेदार को संसाधन व लेबर जुटाने के लिए दिया जाएगा। इसके बाद सितंबर में पुल निर्माण शुरू होगा। इस पुल के शुरू होने के बाद दुपहिया वाहन चालकों को लगभग तीन किमी का चक्कर काटकर लोकोशेड पुल से नहीं जाना पड़ेगा। पुराने शहर व बुध बाजार से दिल्ली रोड की फैक्टरियों में आने वाले कर्मचारियों व लाइनपार से विभिन्न कार्यों के लिए टाउनहॉल, बुध बाजार जाने वाले लोगों की मुश्किल हल हो जाएगी।
निकाय चुनाव से पहले लगे थे पुल नहीं तो वोट नहीं के बैनर
निकाय चुनाव से पहले लाइनपार वासियों से कपूर कपंनी पुल पर बैनर टांग दिए थे। इन पर स्पष्ट लिखा था कि पुल नहीं तो वोट नहीं। इसके बाद जनप्रतिनिधियों ने रेलवे से कार्य की जानकारी ली व जल्द प्रकिया शुरू करने की अपील की। नया पुल तीन मीटर चौड़ा बनाया जाएगा, जोकि पुराने पुल से ज्यादा लंबा भी होगा। इससे बाइक सवारों व पैदल निकलने वाले लोगों को आसानी होगी। माना जा रहा है कि 25 साल पहले वर्तमान पुल से निर्माण से पहले जहां पुराना पुल था, वहीं ऑफिसर्स साइंडिंग की ओर से नए पुल का रास्ता निकाला जाएगा।