मुरादाबाद। पिछले चार दिन से लगातार बढ़ रहा रामगंगा का जल स्तर सोमवार सुबह 10:00 बजे लाल निशान से 40 सेंटीमीटर नीचे तक पहुंच गया, लेकिन इसके बाद पानी उतरने लगा। शाम छह बजे नदी खतरा निशान 190.60 मीटर से 46 सेंटीमीटर नीचे रह गई। बाढ़ खंड के अधिकारियों ने बताया कि जल स्तर घटने के कारण बाढ़ की आशंका कम हो गई है।
खो बैराज से छोड़े जा रहे पानी के कारण पिछले चार दिन से रामगंगा का जल स्तर लगातार बढ़ रहा था। इसके कारण रविवार को नदी खतरा निशान से मात्र 49 सेंटीमीटर नीचे रह गई थी। सोमवार सुबह रामगंगा नदी कटघर रेलवे पुल पर खतरा निशान से मात्र 40 सेंटीमीटर दूर रह गई थी। इसे लेकर बाढ़ खंड के अधिकारी और तहसील कर्मचारियों ने सतर्कता बरतते हुए पेट्रोलिंग का काम भी शुरू कर दिया था। लेकिन इसके बाद रामगंगा का जल स्तर घटने लगा। शाम 6:00 बजे नदी का जल घट कर 190.14 पर पहुंच गया। इस तरह नदी खतरा निशान 190.60 से अब मात्र 46 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। बाढ़ खंड के सहायक अभियंता सुभाष चंद्र ने बताया कि रामगंगा का जल स्तर लगातार घट रहा है।
दैवी आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ पंकज मिश्र ने बताया कि रामगंगा का जल स्तर हालांकि घटने लगा है, लेकिन नदी के खतरा निशान से सिर्फ 46 सेंटीमीटर नीचे रहने के कारण रामगंगा किनारे स्थित सभी 105 गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। संवेदनशील 48 गांवों पर राजस्व टीम नजर रखे हुए है। बाढ़ खंड के सहायक अभियंता सुभाष चंद्र ने बताया कि रामगंगा का जल स्तर घटने लगा है। इससे बाढ़ की आशंका भी कम होने लगी है। कुछ स्थानों पर नदी किनारे स्थित खेतों व सड़कों पर जो पानी बह रहा था वह भी उतरने लगा है। उधर देवापुर क्षेत्र में सड़कों पर चल रहा पानी भी उतरने लगा है, लेकिन अभी भी करीब दो फिट पानी सड़क पर बहने के कारण लोगों को आवागमन को काफी परेशानी हो रही है। सैकड़ों किसानों के खेतों में उफनाई रामगंगा का पानी अभी भी भरा हुआ है। .