मुरादाबाद। बिलारी ब्लॉक के थांवला गांव के परिषदीय प्राइमरी स्कूल में कक्षों की कमी होने से दो शिफ्ट में पांचों कक्षाएं चलानी पड़ रही हैं। फर्नीचर न होने से बच्चों को जमीन पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है।
थांवला गांव के प्राइमरी स्कूल के जर्जर भवन के चारों कमरे तोड़ने के बाद उनके स्थान पर मात्र दो नए कमरों का निर्माण कराया जा रहा है। फिलहाल स्कूल परिसर में तीन छोटे-छोटे कक्ष बने हुए हैं। यहां कक्षा एक में 75, कक्षा दो में 90, कक्षा तीन में 70, कक्षा चार में 73 और कक्षा पांच में 67 समेत कुल 375 छात्र पंजीकृत हैं। प्रधानाध्यापक अखलाक हुसैन ने बताया कि सुबह से पौने ग्यारह बजे तक की पहली शिफ्ट में कक्षा एक, दो और पांच और सुबह पौने ग्यारह बजे से दोपहर दो बजे तक दूसरी शिफ्ट में कक्षा तीन, चार और पांच के छात्रों को बुलाकर पढ़ाया जा रहा है। कक्षा पांच के छात्रों को पहली और दूसरी दोनों शिफ्ट में पढ़ाने की व्यवस्था की गई है। वर्तमान में स्थिति यह है कि स्कूल के जिस कक्ष में 30 छात्र बैठकर आराम से पढ़ाई कर सकते हैं उस कक्ष में औसतन 70 छात्र बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। गर्मी के मौसम में छात्र आपस में एक दूसरे से सटकर बैठ रहे हैं। किसी भी कक्ष में फर्नीचर की कोई व्यवस्था न होने की वजह से सभी छात्र जमीन पर बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। प्रधानाध्यापक ने बताया कि स्कूल में पर्याप्त कक्ष न होने, फर्नीचर कक्ष न होेने, नए दोनों कक्ष का निर्माण धीमी गति से होने आदि समस्याएं खंड शिक्षा अधिकारी को बता दी गई हैं।