मुरादाबाद। हल्की बारिश ने ही स्मार्ट सिटी के दावों की पोल खोल कर रख दी। नगर निगम का दावा था कि बरसात से पहले ही 90 फीसदी नालों की सफाई करवाई जा चुकी है, लेकिन रविवार को हुई 25.2 मिलीमीटर बारिश में ही यह साफ नाले उफना गए। सोचिए अगर एक दिन में 50 फीसदी बारिश हुई तो शहर का क्या हाल होगा।
नाला सफाई के नाम पर की गई खानापूर्ति के कारण निकास अभाव में शहर की कई प्रमुख सड़कें ताल-तलैया बन गईं। मोहल्लों व कई कॉलोनियों समेत शहर की निचली बस्तियों की दशा और भी खराब रही। सुबह से लेकर दोपहर तक हुई बारिश के कारण जनजीवन भी प्रभावित रहा। लोगों को आवागमन में भी काफी दिक्कत हुई। शहर के लोगों यह दिक्कत तब झेलनी पड़ी जब नगर निगम शहर के 90 फीसदी नालों की सफाई का दावा कर रहा है।
दिल्ली रोड पर फव्वारा चौक के निकट, स्टेशन रोड, पीतल नगर बस स्टैंड के पास, पीलीकोठी चौराहा के निकट, जेल रोड, बुध बाजार, ईदगाह रोड, चक्कर की मिलक, किसरौल, जीएमडी रोड, प्रकाश नगर चौराहा, मंडी समिति रोड, रामलीला मैदान रोड, बंगलागांव, गोविंद नगर, करूला, रहमतनगर, पुतलीघर रोड आदि स्थानों पर निकास अभाव में बरसात का पानी एक से दो फिट तक सड़कों पर आ गया। इससे सड़कें ताल तलैया बन गई। इसके चलते लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हुई।
सदर पशु अस्पताल, रामलीला मैदान बना तलाब
हल्की बारिश में ही शहर का सदर अस्पताल और रामलीला मैदान तालाब में तब्दील हो गया। सदर पशु चिकित्सालय के प्रांगण से लेकर कमरों तक में पानी भर गया। सदर पशु चिकित्सालय के चिकित्साधिकारी डॉ. जितेंद्र वीर सिंह ने बताया कि कार्यालय में पानी घुसने के कारण अभिलेख व अन्य सामानों को कुर्सी, मेज आदि पर रख कर बचाया गया। वहीं रामलीला मैदान में इतना पानी भर गया कि कई बच्चे उसमें नहाते दिखाई दिए। कमोवेश यही स्थित आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर-9 ए में स्थिति प्रांगण की रही।
बारिश के कारण कई स्थानों पर धंसी सड़क
जैनमंदिर के निकट, एकताद्वार के पास, कोर्ट रोड, रामगंगा विहार सोनकपुर स्टेडियम के सामने, सेल्सटैक्स कार्यालय के सामने कई स्थानों पर सड़क धंसने से गड्ढा हो गया। रामगंगा विहार, आशियाना कॉलोनी समेत शहर के वह इलाके जहां सीवर लाइन का काम चल रहा है कि सड़कें धंसी नजर आईं।