मुरादाबाद। लखनऊ में जर्जर सरकारी मकान गिरने और पांच लोगों की जान जाने के बाद रेल महकमा जाग गया है। मुख्यालय से सभी मंडलों के जर्जर मकानों को ध्वस्त कराने के संबंध में निर्देश जारी हो गए हैं। जबकि रेलकर्मचारी संगठन वर्षों पहले से जर्जर मकानों को ध्वस्त कराने, मकानों को कब्जा मुक्त कराने और कर्मचारियों को एचआरए का लाभ देने की मांग करती रही हैं।
उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मुरादाबाद मंडल में सीनियर डीईएन (सी) के कार्यालय का घेराव करने की चेतावनी दी है। संगठन के मंडल मंत्री शलभ सिंह का कहना है कि यदि मंडल में जल्द सभी जर्जर मकानों को चिह्नित कर ध्वस्त नहीं किया गया तो यूनियन आंदोलन करेगी।
ज्ञात हो कि मुरादाबाद शहर में ही कपूर कंपनी व रेलवे हरथला कॉलोनी के कई मकानों में अनधिकृत लोगों का कब्जा है। इन मकानों में कुछ रेलकर्मियों की मिलीभगत से बिजली, पानी के कनेक्शन भी चल रहे हैं। अनधिकृत लोगों से किराया वसूलने के आरोप भी लगते रहे हैं। इसके बावजूद रेलवे सुरक्षा के इस मुद्दे पर संवेदनशील नहीं हुआ। सीनियर डीसीएम सुधीर सिंह का कहना है कि मंडल के सभी जर्जर मकानों को ध्वस्त कराया जाएगा।